Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

हरियाणा में 10 साल में भाजपा ने कैसे पलटी बाजी? 2009 में खाता नहीं खुला, 2019 में क्लीन स्वीप किया, पढ़ें दिलचस्प आंकड़े

Lok Sabha Election 2024 भाजपा का 2009 लोकसभा चुनाव में हरियाणा में खाता नहीं खुला था। मगर 10 साल बाद 2019 में प्रदेश की सभी 10 लोकसभा सीटों पर कब्जा जमा कर नया करिश्मा कर दिखाया था। कई सीटों पर हार-जीत का अंतर लाखों में था। इतना ही नहीं कांग्रेस के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा था।

By Ajay Kumar Edited By: Ajay Kumar Updated: Wed, 29 May 2024 02:25 PM (IST)
Hero Image
लोकसभा चुनाव 2024: 2019 में हरियाणा में भाजपा ने किया था क्लीन स्वीप।

चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 हरियाणा में दिलचस्प है। सभी सीटों पर कड़ा मुकाबला है। 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने क्लीन स्वीप किया था। सभी 10 सीटों पर कमल खिला था। मोदी लहर का असर यह था कि सोनीपत से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रोहतक से बेटे दीपेंद्र हुड्डा को हार का सामना करना पड़ा था।

मगर इस चुनाव में सियासी समीकरण किसके पक्ष में होंगे, यह खुलासा तो चार जून को ही होगा। मगर इस बीच आज बात करेंगे पिछले तीन लोकसभा चुनावों की...कब किस दल ने कितनी सीटों पर मारी बाजी और कैसा रहा 2019 का लोकसभा चुनाव।

यह भी पढ़ें: बिहार के इस गांव में 19 साल बाद होगा मतदान! जानिए वजह और ग्रामीणों ने क्या कहा

रोहतक में सबसे कम था हार-जीत का अंतर

2019 में हरियाणा में भाजपा की लहर 2014 से अधिक थी। पांच लोकसभा सीटों पर पार्टी ने तीन लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। भाजपा ने सबसे कम मतों से रोहतक सीट जीती थी। यहां अरविंद शर्मा ने दीपेंद्र हुड्डा को सिर्फ 7503 मतों से हराया था। करनाल लोकसभा सीट पर भाजपा के संजय भाटिया ने देश की दूसरी सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। फरीदाबाद से केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने भी छह लाख से अधिक मतों से चुनावी रण जीता था।

2024 में इन सीटों पर भाजपा ने बदले चेहरे

रतन लाल कटारिया के निधन के बाद भाजपा ने इस बार अंबाला से उनकी पत्नी बंतो कटारिया को टिकट दिया। उधर, नायब सैनी के सीएम बनने के बाद कुरुक्षेत्र सीट पर उद्योगपति नवीन जिंदल को उतारा। पार्टी ने करनाल से मौजूदा सांसद संजय भाटिया का टिकट काटा। इसके बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल ने यहां चुनाव लड़ा।

सिरसा में सुनीता दुग्गल की जगह अशोक तंवर को प्रत्याशी बनाया। बृजेंद्र सिंह के कांग्रेस में जाने के बाद हिसार सीट पर रणजीत सिंह चौटाला पर दांव खेला। सोनीपत सीट पर भी भाजपा ने चेहरा बदला और राई विधायक मोहनलाल बड़ौली को प्रत्याशी बनाया।

                                      2019 में कहां-किसने दर्ज की थी जीत

विजेता के नाम लोकसभा सीट दल कितने मतों से जीते
रतन लाल कटारिया अंबाला भाजपा 342345
नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र भाजपा 384591
सुनीता दुग्गल सिरसा भाजपा 309918
बृजेंद्र सिंह हिसार भाजपा 314068
संजय भटिया करनाल भाजपा 656142
रमेश कौशिक सोनीपत भाजपा 164864
अरविंद शर्मा रोहतक भाजपा 7503
धर्मबीर सिंह भिवानी महेंद्रगढ़ भाजपा 444463
राव इंद्रजीत सिंह गुड़गांव भाजपा 386256
कृष्णपाल गुर्जर फरीदाबाद भाजपा 638239

   

2009 में नहीं खुला था भाजपा खाता

2009 लोकसभा चुनाव में भाजपा का हरियाणा में खाता नहीं खुला था। नौ लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था। वहीं एक सीट पर हरियाणा जनहित पार्टी ने जीत दर्ज की थी। 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने सात, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) दो और कांग्रेस ने सिर्फ रोहतक सीट पर जीत दर्ज की थी।

यह भी पढ़ें: कहीं शौचालय करना पड़ा साफ तो कहीं 'मृत' मतदाता से हुआ सामना, पोलिंग पार्टियों ने साझा किए दिलचस्प अनुभव