अब तक 379 सीटों पर हो चुका मतदान, EVM में कैद इन दिग्गजों की किस्मत; 10 प्वाइंट में जानें चौथे चरण से जुड़ी अहम बातें
Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान सोमवार को संपन्न हो गया है। कुल 1717 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। चार चरणों में अब तक 379 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। अगले तीन चरणों में 164 लोकसभा सीटों पर चुनाव होगा। 10 प्वाइंट्स में जानें चौथे चरण से जुड़ी अहम बातें...
चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। चौथे चरण में 10 राज्यों की 96 लोकसभा सीटों पर मतदान सोमवार यानी आज संपन्न हो गया है। इसी चरण के साथ मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव प्रक्रिया खत्म हो गई है। चार चरणों में कुल 379 सीटों पर मतदान हो चुका है। अब पांचवें चरण में 49, छठे चरण में 58 और सातवें चरण में 57 सीटों पर मतदान होगा। 10 प्वाइंट्स में जानें चौथे चरण से जुड़ी अहम बातें...
1- ईवीएम में कैद इनकी किस्मत
- चौथे चरण में उजियारपुर में नित्यानंद राय, बेगूसराय में गिरिराज सिंह, खीरी में अजय मिश्रा टेनी, खूंटी में अर्जुन मुंडा, जालना में दानवे रावसाहेब दादाराव, सिकंदराबाद में जी किशन रेड्डी, कन्नौज में अखिलेश यादव, हैदराबाद में असदुद्दीन ओवैसी, बहरामपुर में अधीर रंजन चौधरी और यूसुफ पठान, कृष्णानगर में महुआ मोइत्रा, बर्धमान में कीर्ति आजाद और आसनसोल में शत्रुघ्न सिन्हा की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।
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2- इन दिग्गजों ने किया मतदान
- इस चरण में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, कैलाश विजयवर्गीय, एसएस राजामौली, मोहम्मद अजहरुद्दीन, फारूख और उमर अब्दुल्ला, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, अल्लू अर्जुन, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया, पवन कल्याण, चिरंजीवी, सुमित्रा महाजन, जूनियर एनटीआर समेत कई दिग्गजों ने मतदान किया।
3-बिहार में पीठासीन अधिकारी की मौत
- पश्चिम बंगाल में मतदान से पहले बोलपुर लोकसभा क्षेत्र के केतुग्राम इलाके में बम मारकर एक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। उधर, बिहार के मुंगेर विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या- 210 में तैनात पीठासीन पदाधिकारी ओंकार चौधरी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है।
4- आंध्र प्रदेश की सभी सीटों पर हुआ चुनाव
- चौथे चरण में 96 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। इनमें से 12 अनुसूचित जनजाति और 20 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थीं। 64 सीटें सामान्य थीं। इसी चरण में आंध्र प्रदेश विधानसभा की सभी 175 और ओडिशा विधानसभा की 28 सीटों पर वोटिंग हुई। इस चरण में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की औसत संख्या 18 थी।
5- 122 हवाई उड़ानों से पहुंचे अधिकारी
- तीन राज्यों में मतदान और सुरक्षा अधिकारियों को हवाई मार्ग से पहुंचाया गया था। कुल 122 हवाई उड़ाने संचालित की गईं थीं। इनमें से दो आंध्र प्रदेश, 108 झारखंड और ओडिशा से 12 उड़ानों का संचालन किया गया था।
6- 1.92 लाख मतदान केंद्रों पर हुई वोटिंग
- चौथे चरण में 17.7 करोड़ मतदाता थे। चुनाव संपन्न कराने में 19 लाख से अधिक मतदान अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई। कुल 1.92 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे। इस चरण में 8.97 करोड़ पुरुष और 8.73 करोड़ महिला मतदाता थे।
7- मतदान केंद्रों पर रही ये व्यवस्था
- इस चरण में 85 साल से अधिक उम्र के 12.49 लाख से ज्यादा और 19.99 लाख दिव्यांग मतदाता थे। मतदान केंद्रों पर पानी, शेड, शौचालय, रैंप, व्हीलचेयर जैसी व्यवस्था की गई थी।
8- सीमा चौकियों से रखी गई निगरानी
- 1016 अंतरराज्यीय और 121 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियों की स्थापना की गई थी। इन चौकियों के माध्यम से नकदी, ड्रग्स, शराब के प्रवाह पर कड़ी निगरानी रखी गई।
9- 4661 उड़न दस्तों की रही तैनाती
- चौथे चरण में कुल 4661 उड़न दस्ते तैनात थे। 1710 वीडियो निगरानी दल और 4438 स्थैतिक निगरानी दल को भी लगाया गया था। 934 वीडियो देखने वाली टीमें भी कड़ी निगरानी करती रहीं।
10- 364 पर्यवेक्षक रहे तैनात
- कुल 364 पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इनमें 126 सामान्य पर्यवेक्षक, 70 पुलिस पर्यवेक्षक और 168 व्यय पर्यवेक्षक शामिल थे। सभी पर्यवेक्षक मतदान से पहले ही लोकसभा क्षेत्रों में पहुंच चुके थे।