Lok Sabha Election 2024: उत्तरी कर्नाटक में खाता खोलने की कोशिश में कांग्रेस, भाजपा के सामने ये चुनौती, पढ़ें यहां का सियासी समीकरण
Lok Sabha Election 2024 उत्तरी कर्नाटक की 14 लोकसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस ने पूरा दमखम लगा रखा है। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा को सभी सीटों पर जीत मिली थी। उत्तरी कर्नाटक में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। भाजपा के सामने पिछली जीत को दोहराने की चुनौती। उत्तरी कर्नाटक की 14 सीटों पर तीसरे चरण में सात मई को मतदान होना है।
अरविंद पांडेय, हुबली (कर्नाटक)। भाजपा के अभेद्य दुर्ग उत्तरी कर्नाटक को इस बार भेदने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत से जुटी हुई है। खुद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसकी कमान संभाल रखी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र से कांग्रेस को भारी निराशा हाथ लगी थी। वह एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। इस क्षेत्र की सभी 14 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। हालांकि इस बार स्थिति बदली हुई है।
सात मई को 14 सीटों पर मतदान
राज्य में कांग्रेस की सरकार है, जो अपनी गारंटी स्कीमों से सभी को अपनी ओर लुभा रही है। भाजपा पीएम की लोकप्रियता और विकास कार्यों के सहारे है। उत्तरी कर्नाटक की 14 सीटों पर तीसरे चरण में सात मई को मतदान होना है।
भाजपा उठा रही ये मुद्दे
उत्तरी कर्नाटक के इस गढ़ को बचाने के लिए भाजपा ताकत लगाए हुए है। वह हिंदुत्व, हुबली के नेहा हत्याकांड, महिला सुरक्षा, कानून एवं व्यवस्था, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण व विकसित भारत जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस के खिलाफ प्रचार तेज किए हुए है।यही नहीं भाजपा अपनी प्रत्येक सभाओं में राहुल गांधी के उस बयान का जरूर जिक्र करती है, जिसमें संपत्तियों के सर्वे की बात कही जा रही है। लोगों को वह बताती है कि कांग्रेस को जिताया तो आपकी संपत्ति छीन लेगी।
कांग्रेस भाजपा पर हमलावर
कांग्रेस संविधान बदलने, लोकतंत्र पर खतरा व संवैधनिक संस्थाओं को कमजोर करने जैसे मुद्दों को लेकर भाजपा पर हमलावर है। दक्षिण कर्नाटक की तरह उत्तरी कर्नाटक में पानी या सूखा मुद्दा नहीं है।यह भी पढ़ें: छठवें चरण की नामांकन प्रक्रिया शुरू, सात राज्यों की इन 57 सीटों पर 25 मई को होगा चुनावसियासी लिहाज से देखें तो उत्तरी कर्नाटक का क्षेत्र भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों का क्षेत्र है। यहां से भाजपा के दिग्गज नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री वीएस येदियुरप्पा, बासवराज बोम्मई, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, जगदीश शेट्टार जैसे बड़े नाम आते हैं। इनमें से येदियुरप्पा को छोड़कर सभी चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी इसी क्षेत्र से आते हैं।