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Lok Sabha Election 2024: देश में 2500 से ज्यादा राजनीतिक दल, लेकिन सिर्फ 10 पार्टियों के पास 86% लोकसभा सीटें

Lok Sabha Election 2024 पूरे देश में लोकतंत्र का महापर्व मनाया जा रहा है। करीब 98 करोड़ मतदाता देश की अगली सरकार का चयन करेंगे। इस बार चुनाव सात चरण में संपन्न होंगे। आखिरी चरण का मतदान एक जून को होगा। चार जून को परिणामों की घोषणा होगी। देश में 2500 से अधिक राजनीतिक दल हैं लेकिन दबदबा गिने-चुने दलों का ही होता है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sat, 20 Apr 2024 03:58 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव 2024: देश में 2500 से अधिक राजनीतिक दल।
चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को संपन्न हो गया। इस लोकसभा चुनाव में 98 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 47 करोड़ और पुरुष मतदाताओं की संख्या 49 करोड़ होगी। देश में 2500 से अधिक सियासी दलों की संख्या है। मगर इस समय केवल 10 पार्टियों के पास लोकसभा की 86 फीसदी सीटें हैं। इस बार भी मुकाबला कुछ प्रमुख दलों के बीच ही रहेगा। आइए बात करते हैं इन प्रमुख दलों और इनके प्रत्याशियों की...

1980 में बीजेपी का गठन, 16 साल बाद मिला पहला पीएम

भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। जनसंघ के बाद 1980 में भाजपा का गठन हुआ। अपने गठन के 16 साल बाद भाजपा ने अपना पहला प्रधानमंत्री बनाया। मगर यह सरकार सिर्फ 13 तीन ही चली थी। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने पहली बार 2014 में अपने दम पर बहुमत की सरकार बनाई। इसके बाद 2019 में भाजपा ने यह करिश्मा दोहराया।

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देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस, 2014 में सत्ता से हुई बाहर

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने आजादी के बाद देश में सबसे अधिक शासन किया है। मगर केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद पार्टी को अब संघर्ष करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने इंदिरा गांधी के रूप में पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री दिया। 1991 में व्यापक आर्थिक सुधार और अर्थव्यवस्था को खोलने का श्रेय कांग्रेस को जाता है। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी कांग्रेस 2014 में सत्ता से बाहर हो गई।

आम आदमी पार्टी: 2012 में गठन, 2015 में बनाई सरकार

2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे आंदोलन ने पूरे देश में कांग्रेस सरकार के खिलाफ हवा बनाई। इसी आंदोलन में शामिल अरविंद केजरीवाल और अन्य नेताओं ने 2012 में आम आदमी पार्टी का गठन किया। 2015 में आप ने पहली बार दिल्ली में सरकार बनाई। इसके बाद से कानूनी दांवपेच में फंसने के बाद भी अरविंद केजरीवाल अभी तक दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। 2022 में आप ने पहली बार पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की और वहां सरकार बनाई। मौजूदा समय में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के कई बड़े नेता जेल में हैं।

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, तीसरी सबसे बड़ी पार्टी

तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) की अपनी सियासी ताकत है। तमिलनाडु में कांग्रेस और डीएमके गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस तमिलनाडु की नौ और पुडुचेरी में एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। वहीं डीएमके प्रदेश की 21 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। सांसदों की संख्या के लिहाज से डीएमके देश की तीसरे सबसे बड़ी पार्टी है।

25 साल पहले कांग्रेस से टूटकर अस्तित्व में आई टीएमसी

सांसदों की संख्या के हिसाब से डीएमके के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) देश की चौथी बड़ी पार्टी है। करीब 25 साल पहले कांग्रेस से अलग होने के बाद ममता बनर्जी ने पार्टी का गठन किया था। पश्चिम बंगाल में भाजपा अपनी पकड़ मजबूत बनाने में जुटी है।

टीएमसी इंडी गठबंधन का हिस्सा है। मगर पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ सीटों पर सहमति नहीं बनी। ममता बनर्जी करीब 13 साल से सीएम पद पर काबिज हैं। टीएमसी के प्रमुख उम्मीदवारों में महुआ मोइत्रा का नाम है। मोदी की आलोचक महुआ पूर्व निवेश बैंकर हैं।

वाराणसी से पीएम नरेंद्र मोदी फिर चुनावी मैदान में

73 वर्षीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्म और पालन पोषण गुजरात के वडनगर में हुआ। उन्होंने 20 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और लगभग डेढ़ दशक बाद जनसंघ की सदस्यता ली थी। 2014 में केंद्र में सरकार बनाने से पहले नरेंद्र मोदी तीन से अधिक बार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी की लोकप्रियता आज भी बरकरार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव 2024 में तीसरी बार उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।

गांधीनगर से अमित शाह लड़ रहे चुनाव

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद पार्टी अध्यक्ष बने। इसके बाद 2019 में मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें गृह मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, नागरिकता कानून को लागू करना का श्रेय अमित शाह को दिया जाता है। गुजरात की राजधानी गांधीनगर लोकसभा सीट से दोबारा अमित शाह चुनाव मैदान में हैं। 2019 में यहां से शाह ने बड़ी जीत दर्ज की थी।

राहुल गांधी: एक बार फिर वायनाड सीट पर जताया भरोसा

मोदी के प्रतिद्वंद्वी राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि राहुल गांधी कभी किसी राज्य या केंद्र सरकार में मंत्री नहीं रहे हैं। 53 वर्षीय गांधी चार बार से लोकसभा सदस्य हैं। राहुल गांधी ने पिछला लोकसभा चुनाव केरल के वायनाड से जीता था। हालांकि उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पिछला चुनाव राहुल गांधी को हरा दिया था।

एनडीए के खिलाफ तैयार किया 26 दलों वाला इंडी गठबंधन

केंद्र सरकार के खिलाफ राहुल गांधी ने 26 दलों वाला विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए खड़ा किया। इसके अलावा दो बार देश में 'भारत जोड़ो' यात्रा भी निकाली। इस दौरान उन्होंने बेरोजगारी, आय असमानता, किसानों के मुद्दों को उठाया। सोनिया गांधी इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं। राहुल गांधी केरल की वायनाड लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव मैदान में हैं।

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