Election 2024: चुनौतियों के दौर में दिग्गजों को चुनाव लड़वाती रही कांग्रेस; हरियाणा की 9 सीटों पर क्या रहेगी पार्टी की रणनीति?
Lok Sabha Election 2024 कांग्रेस एक सीट कुरुक्षेत्र में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में और बाकी नौ सीट पर स्वयं चुनाव लड़ेगी। नौ सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस की चार बार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है और एक बार हरियाणा के प्रत्याशियों का चयन करने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी हो चुकी है।
बिजेंद्र बंसल, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही हरियाणा में भाजपा ने सबसे पहले अपने सभी 10 उम्मीदवार तय कर दिए हैं। इन उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार अभियान भी गति पकड़ रहा है, लेकिन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने अभी तक एक भी उम्मीदवार तय नहीं किया है।
कांग्रेस एक सीट कुरुक्षेत्र में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में और बाकी नौ सीट पर स्वयं चुनाव लड़ेगी। नौ सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस की चार बार स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हो चुकी है और एक बार हरियाणा के प्रत्याशियों का चयन करने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक भी हो चुकी है।
आलाकमान ने फिर से स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक कर मजबूत प्रत्याशियों का पैनल तैयार करने के लिए कहा है।कांग्रेस आलाकमान दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारना चाहता है, लेकिन दिग्गज इस बार चुनाव लड़ने के मूड में नहीं हैं। वे चुनाव लड़ने के बजाय लड़ाने की भूमिका में रहना चाहते हैं।
हालांकि, कांग्रेस के चुनावी इतिहास पर निगाह डालें तो पार्टी ने विपरीत परिस्थितियों में कई बार दिग्गजों को चुनाव लड़वाया है। कई दिग्गजों ने विपरीत परिस्थितियों में लोकसभा चुनाव लड़कर अपना राजनीतिक कद बढ़ाया और पार्टी को भी मजबूती प्रदान की है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से देखें तो आपसी गुटबाजी और राज्य में जिला व ब्लॉक स्तर पर संगठन हीन कांग्रेस के लिए 2024 का चुनाव काफी चुनौतीपूर्ण है। इससे पहले कांग्रेस के लिए 1989, 1998 व 1999 के चुनाव काफी चुनौतीपूर्ण रहे थे।
साल 1998 में भजन लाल करनाल से लड़े थे चुनाव
1998 में मध्यावधि चुनाव हुए तब पूर्व सीएम भजनलाल को पार्टी ने करनाल से लोकसभा चुनाव लड़ाया और राजनीति के पीएचडी कहे जाने वाले भजनलाल ने इस चुनाव में जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में तब कांग्रेस को 10 में से तीन सीट मिली थी। रोहतक से भूपेंद्र सिंह हुड्डा और महेंद्रगढ़ से राव इंद्रजीत सिंह चुनाव जीत पाए थे।