चुनाव आयोग सख्त: कहा- सर्वे के नाम पर वोटरों का रजिस्ट्रेशन बंद करें राजनीतिक दल, सभी प्रत्याशियों को भी दिया निर्देश
Lok Sabha election 2024 सर्वे के नाम पर मतदाताओं के पंजीकरण पर भारत निर्वाचन आयोग बेहद सख्त हो गया है। आयोग ने सभी दलों को इसे तुरंत बंद करने को कहा। निर्वाचन आयोग का कहना है कि मतदाताओं का विवरण मांगना चुनाव कानून के तहत एक भ्रष्ट आचरण है। इससे एक विशेष तरीके से मतदान के लिए प्रलोभन मिलता है।
पीटीआई, नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की ओर से सर्वे के नाम पर वोटरों के रजिस्ट्रेशन की खबरों पर कड़ा रुख अपनाया है। इसे बंद करने का निर्देश दिया है। आयोग ने गुरुवार को कहा कि राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा अपनी प्रस्तावित लाभार्थी योजनाओं के लिए विभिन्न सर्वे की आड़ में मतदाताओं का विवरण मांगना चुनाव कानून के तहत एक भ्रष्ट आचरण है।
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निर्वाचन आयोग ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल और उम्मीदवार ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं, जो वैध सर्वे और चुनाव के बाद लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए लोगों को पंजीकृत करने के पक्षपातपूर्ण प्रयासों के बीच की लकीर को धुंधला कर देते हैं।
आयोग ने जारी की एडवाइजरी
आयोग ने एक एडवाइजरी जारी कर सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों को किसी भी विज्ञापन, सर्वेक्षण या मोबाइल एप के माध्यम से चुनाव के बाद लाभार्थी योजनाओं के लिए लोगों के रजिस्ट्रेशन वाली किसी भी गतिविधि को तुरंत बंद करने और इससे दूर रहने को कहा है।मतदान के लिए मिलता है प्रलोभन
निर्वाचन आयोग के अनुसार, चुनाव बाद के लाभों के लिए पंजीकरण करने के लिए मतदाताओं को आमंत्रित करने का कार्य वोटर और प्रस्तावित लाभ के बीच लेन-देन के संबंध का आभास पैदा कर सकता है। इससे एक विशेष तरीके से मतदान के लिए प्रलोभन मिलता है।यह भी पढ़ें: जब यूपी में ग्वालियर की राजमाता ने फैलाई झोली... दहेज में मांगी जीत, लोगों ने बदले में जो दिया वो इतिहास बन गया