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हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र ने पत्नी संग छोड़ी पार्टी; सांसद बेटा पहले ही थाम चुका 'हाथ'

Lok Sabha Election 2024 पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने सोमवार को भाजपा को अलविदा कह दिया है। मंगलवार को वे कांग्रेस में शामिल होंगे। बीरेंद्र सिंह की पत्नी एवं पूर्व विधायक प्रेमलता ने भी भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बेटे बृजेंद्र सिंह ने पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। बृजेंद्र सिंह 2019 में भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव जीते थे।

By Ajay Kumar Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 08 Apr 2024 05:57 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव 2024: बीरेंद्र सिंह और बृजेंद्र सिंह। (फाइल फोटो)
चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने सोमवार को भाजपा छोड़ने का एलान कर दिया। वे मंगलवार को कांग्रेस का दामन थामेंगे।

इससे करीब एक महीने पहले उनके बेटे बृजेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया। बृजेंद्र सिंह मौजूदा समय में हिसार से सांसद हैं। 2019 में बृजेंद्र सिंह ने आईएएस की नौकरी छोड़कर सियासत में कदम रखा था। उधर, बीरेंद्र सिंह की पत्नी और पूर्व भाजपा विधायक प्रेम लता ने भी पार्टी छोड़ दी है।

जेपी नड्डा को भेजा इस्तीफा

पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और अपना इस्तीफा पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को भेज दिया है। मेरी पत्नी प्रेम लता ने भी इस्तीफा दे दिया है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि कल कांग्रेस ज्वाइन करुंगा।

10 साल बाद कांग्रेस में वापसी

बीरेंद्र सिंह की पहचान हरियाणा के बड़े जाट नेता के रूप में होती है। 10 साल पहले 2014 में उन्होंने कांग्रेस से अपना नाता तोड़ भाजपा ज्वाइन की थी। इसके बाद भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा और केंद्रीय इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी थी। भाजपा छोड़ने से पहले बीरेंद्र सिंह कई बार हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मिल चुके थे।

इस वजह से तोड़ा भाजपा से नाता

बीरेंद्र सिंह हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी (जजपा) के गठबंधन के खिलाफ थे। उन्होंने गठबंधन नहीं तोड़ने पर भाजपा छोड़ने की चेतावनी दी थी। मगर सबसे पहले बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह ने भाजपा को छोड़ दिया और इसकी वजह जजपा से गठबंधन को बताया। बृजेंद्र के इस्तीफे के कुछ दिन बाद ही भाजपा ने हरियाणा में जजपा से गठबंधन तोड़ दिया था।

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