Lok Sabha Election 2024: देश की राजधानी में क्यों कम हैं महिला मतदाता? जानिए किस सीट पर क्या है स्थिति
Lok Sabha Election 2024 देश की राजधानी दिल्ली में पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं का अनुपात सबसे कम है। राजधानी में वर्ष 1977 के लोकसभा चुनाव के बाद से 47 वर्षों से महिला मतदाताओं का लिंगानुपात बढ़ा है इसलिए मतदान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है लेकिन महिला मतदाताओं का लिंगानुपात सबसे अधिक वर्ष 1971 में ही था। जानिए क्या है इसकी वजह-
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। देश की राष्ट्रीय राजधानी में जहां बड़ी संख्या में कामकाजी महिलाएं रहती हैं। महिलाएं अपनी अधिकारियों को लेकर भी सजग हैं। चुनाव में उनकी भागीदारी भी बढ़ी है, लेकिन मतदाता लिंगानुपात में दिल्ली देश में सबसे पीछे है। एक हजार पुरुष मतदाताओं पर दिल्ली में महिला मतदाताओं की औसत संख्या सबसे कम है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) कार्यालय के अधिकारी एवं विशेषज्ञ बताते हैं कि दिल्ली में विस्थापित जनसंख्या अधिक होने के कारण यह स्थिति है। आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में वर्ष 1977 के लोकसभा चुनाव के बाद से 47 वर्षों से महिला मतदाताओं का लिंगानुपात बढ़ा है, इसलिए मतदान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है, लेकिन दिल्ली में महिला मतदाताओं का लिंगानुपात सबसे अधिक वर्ष 1971 में ही था।
तब एक हजार पुरुष मतदाताओं पर 850 महिला मतदाता थीं। इसके 53 वर्ष बाद अब वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में एक हजार पुरुष मतदाताओं पर 843 महिला मतदाता हैं। वर्ष 1971 के चुनाव में दिल्ली में सिर्फ 20,16,396 मतदाता थे। जिसमें से 10,89,736 पुरुष और 9,26,660 महिला मतदाता थीं। अब दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 1.47 करोड़ से अधिक है।
दिल्ली के बाद उप्र व हरियाणा में कम था लिंगानुपात
पिछले लोस चुनाव में दिल्ली में महिला मतदाताओं का लिंगानुपात 818 था, जो देश में सबसे कम था। दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश व हरियाणा में लिंगानुपात कम था। इस बार भी दिल्ली में लिंगानुपात सबसे कम है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार एक हजार पुरुष मतदाताओं की संख्या पर महिला मतदाताओं की संख्या 25 बढ़ी है।
चुनाव से जुड़ी और हर छोटी-बड़ी अपडेट के लिए यहां क्लिक करें"दिल्ली में बड़ी संख्या में युवा शिक्षा के लिए पहुंचते हैं। बहुत लोग रोजगार के लिए आते हैं। युवाओं की संख्या अधिक होती है। इनमें बहुत अविवाहित होते हैं और कुछ ऐसे भी होते हैं, जो विवाहित होते हुए दिल्ली में अकेले रहते हैं और मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराते हैं। यही वजह है कि यहां पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाता यहां ज्यादा कम हैं।"
- महेश कौशिक, रिसर्च फेलो, वैश्विक अध्ययन केंद्र, दिल्ली विश्वविद्यालय
सीटवार क्या है लिंगानुपात की स्थिति
सीट | लिंगानुपात |
चांदनी चौक | 853 |
उत्तर पूर्वी दिल्ली | 849 |
पूर्वी दिल्ली | 836 |
नई दिल्ली | 832 |
उत्तर पश्चिमी दिल्ली | 846 |
पश्चिमी दिल्ली | 875 |
दक्षिणी दिल्ली | 799 |