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'अनजान, गरीब, सत्य बहुमत और वोटर्स', ये शब्‍द नहीं सियासी दल हैं; इस बार मैदान में उतरीं अजब-गजब पर्टियां

Lok Sabha Election 2024 दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर कुल 162 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सभी सीटों पर भाजपा और आईएनडीआईए (कांग्रेस और आप) के प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला है। मगर इस बार कुल 141 प्रत्याशी पंजीकृत (गैर-मान्यता प्राप्त) दलों से चुनाव मैदान में हैं। इस बार दिल्ली में अजब-गजब दलों ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Tue, 14 May 2024 03:12 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव 2024: दिल्ली में अजब-गजब सियासी दल चुनाव मैदान में।
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सियासी रण में दिल्ली में भाजपा और आईएनडीआईए (कांग्रेस और आप) के प्रत्याशियों के बीच ही सीधा मुकाबला है। बहुजन समाज पार्टी ने भी चुनावी दंगल में अपने उम्मीदवार उतारकर दावेदारी पेश की है। इन प्रमुख दलों के अलावा दिल्ली के चुनावी रण में ऐसी पार्टियां भी ताल ठोक रही हैं, जो राजनीतिक गलियारों में कभी चर्चा में नहीं रहती हैं।

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चुनाव के दौरान सक्रिय होते हैं ये दल

इन दलों का नाम भी कभी सुनाई नहीं पड़ता, न ही कभी इनका कार्यकर्ता ही दिखता है। इनमें से कई दलों के नाम भी अजब-गजब हैं। पिछले चुनावों के आंकड़ों के अनुसार ये पार्टियां चुनावों के दौरान ही सक्रिय होती हैं।

चुनाव बाद गुमनामी में चले जाते

हर बार चुनाव में इन दलों के प्रत्याशी उतरते हैं। तब क्षेत्र में थोड़ा-बहुत पार्टी का प्रचार प्रसार करते हैं। चुनाव के बाद फिर गुमनामी में चले जाते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भी दिल्ली में ऐसे पंजीकृत (गैर-मान्यता प्राप्त) दलों के 95 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे।

2014 में 63 प्रत्याशी थे मैदान में

इससे पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में ऐसे दलों के 63 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। इस बार लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 162 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें भाजपा, आईएनडीआईए और बसपा को मिलाकर कुल 21 उम्मीदवार हैं। बाकी 141 उम्मीदवारों में इस बार ज्यादातर पंजीकृत (गैर-मान्यता प्राप्त) पार्टियों से ही हैं।

ये छोटे दल चुना मैदान में

चार दर्जन से अधिक छोटे दलों ने अपने प्रत्याशियों को उतारा है। राइट दू रिकॉल पार्टी, अनजान आदमी पार्टी, हमारा सही विकल्प पार्टी, अमन समाज पार्टी, आपकी अपनी पार्टी, लोग पार्टी, गरीब आदमी पार्टी, पब्लिक पालिटिकल पार्टी, सत्य बहुमत पार्टी, प्रबुद्ध रिपब्लिक पार्टी, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल जैसे दल शामिल हैं।

कोई एक सीट तो कोई दो सीट पर चुनाव लड़ रहा रहा है। इनमें से चुनिंदा दल ही हैं, जिन्होंने दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। पिछले चुनावों में ऐसे छोटे दलों के प्रत्याशियों की जमानत जब्त होती रही है।

शुल्क देकर कोई भी राजनीतिक दल का पंजीकरण करा सकता है

चुनाव से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि एक निर्धारित शुल्क देकर कोई भी राजनीतिक दल का पंजीकरण चुनाव आयोग में करा सकता है। राज्य के चुनाव में कम से कम छह प्रतिशत वोट मिलने पर ही क्षेत्रीय दल के रूप में मान्यता मिल पाती है।

बहरहाल, किसी एक पंजीकृत (गैर-मान्यता प्राप्त) दल को इतना वोट मिलना तो दूर सभी पंजीकृत (गैर-मान्यता प्राप्त) दल मिलकर इतने वोट भी दिल्ली में ले नहीं पाते हैं। इन दलों के उम्मीदवार अपने नाम के लिए ही चुनाव लड़ते हैं। इससे उनका नाम हमेशा के लिए रिकॉर्ड में दर्ज हो जाता है।

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