Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

ये कैसा मोहभंग! क्‍यों भर गया इन नेताओं का अपनी-अपनी पार्टियों से दिल; साथ छोड़ने वालों में शामिल कई नामी चेहरे

Lok Sabha Election 2024 देश में लोकसभा जुनाव का समर शुरू है। इस बीच कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ी। वहीं कई नेताओं ने पहले ही अलविदा कह दिया था। कांग्रेस छोड़ने वालों की सूची में गौरव वल्लभ विजेंद्र सिंह और रवनीत सिंह बिट्टू का नाम हाल ही में जुड़ा। इससे पहले अशोक तंवर ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं।

By Ajay Kumar Edited By: Ajay Kumar Updated: Fri, 05 Apr 2024 07:05 PM (IST)
Hero Image
लोकसभा चुनाव 2024: सम्‍मान और संभावना की खातिर दल-बदल करने वाले नेता।

चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2014 का बिगुल बज चुका है। सभी दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं। उधर, राजनेता भी अपने हिसाब से गुणा गणित लगा रहे हैं। जिस तरफ उन्हें अपना हित दिखता है, उस तरफ अपना पाला बदल लेते हैं। आज बात कांग्रेस और भाजपा के उन नेताओं की जो पाला बदल कर दूसरे दलों का हिस्सा बने..

वे नेता जिन्‍होंने छोड़ दिया 'हाथ'.

रवनीत सिंह बिट्टू

रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व सीएम स्वर्गीय बेअंत सिंह के पोते हैं और तीन बार से लोकसभा सदस्य हैं। बिट्टू ने 2009 में पहली बार श्री आनंदपुर साहिब सीट से लोकसभा चुनाव जीता था। इसके बाद 2014 और 2019 में लुधियाना लोकसभा सीट से दो बार से सांसद हैं। बिट्टू पंजाब यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। अब भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं।

गौरव वल्लभ

गौरव वल्लभ की पहचान कांग्रेस के एक तेजतर्रार प्रवक्ता के रूप में होती थी। जोरदार तरीके से अपनी बात रखने वाले गौरव अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस छोड़ते वक्त उन्होंने कहा था कि पार्टी अपनी राह भटक गई है। 2019 में गौरव ने झारखंड की जमशेदपुर सीट से चुनाव लड़ा। मगर तत्कालीन सीएम रघुवर दास ने उन्हें शिकस्त दी थी। 2013 में राजस्थान के उदयपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा। मगर यहां भी भाजपा प्रत्याशी ताराचंद जैन ने हरा दिया था।

1952 से लेकर अब तक के सभी लोकसभा चुनावों की जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

अशोक तंवर

कभी हरियाणा में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक तंवर अब भाजपा में है। भाजपा ने उन्हें सिरसा लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। 2019 में तंवर ने कांग्रेस छोड़ दी थी। 2021 में अशोक ने 'अपना भारत मोर्चा' नाम की नई पार्टी बनाई थी। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस और 2022 में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। तंवर भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2009 से 2014 तक सिरसा से सांसद रहे।

मुक्केबाज विजेंदर सिंह

मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने हाल ही कांग्रेस को छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। विजेंदर सिंह हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं। कांग्रेस उन्हें यूपी की मथुरा सीट से उतारने की तैयारी में थी। मगर उससे पहले ही विजेंदर ने कांग्रेस को छोड़ने का एलान कर दिया।

ज्योतिरादित्य सिंधिया

मध्य प्रदेश में युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कांग्रेस को छोड़ चुके हैं। अब वे मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। भाजपा ने उन्हें गुना लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। ज्योतिरादित्य 2002 से 2019 तक गुना के लगातार सांसद रहे। मगर 2019 में उन्हें भाजपा प्रत्याशी ने हरा दिया था।

यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: भाजपा ने 5 सांसदों का टिकट क्‍यों काटा, यह खोजने में जुटे विरोधी दल; कहीं जातीय फैक्टर तो नहीं...

शहजाद पूनावाला

कांग्रेस के युवा नेता रहे शहजाद पूनावाला भी पार्टी को पहले ही अलविदा कह चुके हैं। शहजाद की 2008 में कांग्रेस में इंट्री हुई थी। वह एनएसयूआई के पुणे में उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। अब वह भाजपा का हिस्सा हैं। टीवी डिबेट में अक्सर भाजपा का पक्ष रखते दिखते हैं।

जयवीर शेरगिल

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे जयवीर शेरगिल भी अब भाजपा में है। पंजाब से आने वाले जयवीर शेरगिल को कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है। अमरिंदर सिंह भी अब परिवार समेत भाजपाई हो चुके हैं। जयवीर शेरगिल पेशे से वकील हैं। पंजाब के जालंधर में उनका जन्म हुआ।

नवीन जिंदल

देश के दिग्गज उद्योगपति और पूर्व सांसद नवीन जिंदल ने कुछ दिन पहले ही भाजपा ज्वाइन की। भाजपा ने जिंदल को हरियाणा के कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से टिकट दिया है। नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से दो बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं।

इन नेताओं ने भी कहा अलविदा

कांग्रेस की प्रवक्ता रहीं प्रियंका चतुर्वेदी अब शिवसेना यूबीटी में हैं। इनके अलावा मिलिंद देवड़ा, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद, अशोक चव्हाण, हार्दिक पटेल कांग्रेस को अलविदा कह चुके हैं।

वे भाजपा नेता जिन्‍होंने छोड़ी पार्टी

बृजेंद्र सिंह

पूर्व आईएएस अधिकारी बृजेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है। वे हरियाणा के जाट नेता बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। बृजेंद्र सिंह ने 2019 में भाजपा की टिकट पर हिसार से लोकसभा चुनाव जीता था।

कुनार हेम्ब्रम

बृजेंद्र सिंह के अलावा बंगाल के झाड़ग्राम से भाजपा सांसद कुनार हेम्ब्रम भी पार्टी को छोड़ चुके हैं। हालांकि उन्होंने पार्टी छोड़ने की वजह व्यक्तिगत बताई थी।

शत्रुघ्न सिन्हा

कभी भाजपा का हिस्सा रहे अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा अब तृणमूल कांग्रेस में हैं। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा था। अब सिन्हा अक्सर भाजपा पर तीखे हमला करते नजर आते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा भाजपा से सांसद रहे बाबुल सुप्रियो भी तृणमूल कांग्रेस का हिस्सा हैं।

कीर्ति आजाद

क्रिकेटर कीर्ति आजाद पहले भाजपा का हिस्सा रहे। मगर अब तृणमूल कांग्रेस में है। अरुण जेटली की सार्वजनिक रूप से अलोचना करने पर भाजपा ने आजाद को निलंबित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की और अब तृणमूल कांग्रेस में है।

नवजोत सिंह सिद्धू

क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू भी पाला बदल चुके हैं। पहले वह भाजपा में थे। मगर बाद में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली। सिद्धू पंजाब सरकार में मंत्री भी रहे हैं। इसके अलावा कुछ समय तक पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं।

यह भी पढ़ें: खजुराहो सीट पर सपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द, जानिए आयोग ने क्यों लिया ये फैसला?

यह भी पढ़ें: AI से मतदाताओं को प्रभावित करने की आशंका, अमेरिका समेत इन देशों में हो चुका दुरुपयोग, जानिए कैसे बन सकता खतरा