स्वाति मालीवाल मामले में नौटंकी कर रहे हैं केजरीवाल, कांग्रेस भी साथ खड़ी, विशेष बातचीत में और क्या बोले पुष्कर सिंह धामी?
Lok Sabha Election 2024 उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल मामले में अरविंद केजरीवाल को जमकर घेरा। इस मामले में उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। धामी ने कहा कि इस मामले का लालू और अखिलेश यादव ने भी विरोध नहीं किया। पढ़ें विशेष बातचीत में धामी ने और क्या-क्या कहा...
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भाजपा प्रत्याशियों के लिए दूसरे प्रदेशों में भी धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब और हरियाणा में कई सभाओं एवं रोड शो में हिस्सा लेने के बाद रविवार को वह दिल्ली में थे। वह भारतीय दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए विपक्ष पर सनातन का अपमान करने का आरोप लगाते हैं।
दिल्ली में आप की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले में कहते हैं कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल पार्टी को बचाने के लिए नौटंकी कर रहे हैं। समान नागरिक संहिता एवं चारधाम यात्रा समेत कई मुद्दों पर उन्होंने दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता अरविंद शर्मा से बात की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश...
सवाल: मालीवाल के साथ मारपीट का मामला पूरे देश में सुर्खियों में है। इस प्रकरण में आपकी प्रतिक्रिया क्या है।
जवाब: हमारे धर्म में नारी को सम्मानित स्थान प्राप्त है। मालीवाल राज्यसभा सदस्य हैं। उनसे मारपीट करना महिला विरोधी मानसिकता है। आरोपित को बचाने के लिए पूरी पार्टी को लेकर केजरीवाल नौटंकी कर रहे हैं। अपराधी को बचाने का मतलब है कि जो हुआ उसके लिए आप भी जिम्मेदार हैं।
यह भी पढ़ें: 'महंगाई व बेरोजगारी अहम, देश में कहीं विकास नहीं', पढ़ें महाबल मिश्रा का पूरा इंटरव्यूकांग्रेस भी उनके साथ खड़ी है। प्रियंका गांधी वाड्रा भी चुप हैं। बोलेंगी भी नहीं। जब मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र प्रियांक और उदयनिधि मारन सनातन धर्म को गाली दे रहे थे तब भी ये लोग चुप थे। अखिलेश यादव और लालू यादव ने भी विरोध नहीं किया। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर देश में खुशी की लहर है, लेकिन ये लोग इसलिए नहीं गए कि वोट बैंक को खुश करना था। सुप्रीम कोर्ट में भी इन्होंने राम को काल्पनिक बता दिया।
सवाल: लगभग तीन चौथाई सीटों पर मतदान हो चुका है। भाजपा ने 400 पार का नारा दिया है। संभव है?जवाब: कोई मुश्किल नहीं है। मैं इसलिए कह रहा कि भाजपा का उत्तर से दक्षिण तक एक समान विस्तार हो चुका है। तेलंगाना चुनाव प्रचार के दौरान मैंने खुद देखा है। निजामाबाद सीट में प्रचंड गर्मी में जनसभा में भारी भीड़ थी।हम तेलंगाना की सभी 17 सीटों पर अच्छे से लड़े हैं। बंगाल में हमारी सीटें बढ़ रही हैं। उत्तर प्रदेश में पिछली बार से ज्यादा लाने जा रहे हैं। उत्तराखंड की तरह दिल्ली की भी सारी सीटें जीत रहे हैं। लोग केंद्र के काम को देख रहे हैं। चार 400 में कोई संदेह नहीं।
सवाल: उप्र में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जोड़ी क्या गुल खिलाएगी?जवाब: दोनों की जोड़ी में दम नहीं। इन्हें लोगों ने पहले भी आजमाया है। दोनों विलायत से पढ़कर आए हैं। देश केबारे में ज्ञान नहीं है। दोनों अस्तित्व बचाने को लड़ रहे हैं। जो अपनी परंपरागत सीट अमेठी में लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाया, वह दूसरी सीटों का दावा कैसे कर सकता है।
सवाल: ऐसा देखा जा रहा है कि चुनाव का कोई मुद्दा ही नहीं है। सिर्फ जाति का मुद्दा ही जोर पकड़ रहा है।जवाब: हमारे लिए विकास और उनके लिए तुष्टीकरण ही मुद्दा है। लालू यादव मुस्लिमों को आरक्षण देने की बातकरते हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र में पर्सनल लॉ और शरिया कानून की बात होती है। कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया। पीएम मोदी विपक्षी दलों की सच्चाई बता रहे हैं। कांग्रेस की ऊर्जा मोदी को काउंटर करने में लग रही है।
सवाल: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। बुजुर्गों को हेलीकॉप्टर आसानी से नहीं मिल पाता है। जवाब: हमारी पूरी तैयारी है, लेकिन देश में इतना उत्साह है कि संख्या बढ़ जा रही है। कई यात्री बिना पूर्व पंजीकरण के चले आ रहे हैं। नौ दिनों में ही छह लाख लोग आ चुके हैं। चारधाम यात्रा कठिन यात्रा है। मेरा आग्रह है कि आने के पहले पंजीकरण कराएं।
मौसम की जानकारी लें। हालांकि, हमारा प्रयास है कि जो आ चुके हैं, वे बिना दर्शन के न लौटें। जहां तक हेलीकॉप्टर का सवाल है तो इसकी संख्या सीमित है। ऑनलाइन बुकिंग कराएं। कठिन धामों के लिए रोपवे लगाया जा रहा है। शिलान्यास हो चुका है। काम भी शुरू है। यात्रा को सुगम बनाने के लिए हम यात्रा प्राधिकरण बनाने जा रहे हैं।सवाल: समान नागरिक संहिता की क्या स्थिति है? लागू करने की प्रक्रिया कहां तक पहुंची?
जवाब: चुनाव बाद लागू कर दिया जाएगा। हमने सारी प्रक्रिया पूरी कर ली है। कमेटी ने ड्राफ्ट बनाया। कैबिनेट में पास हुआ। फिर विस से पारित करके राज्यपाल और राष्ट्रपति को भेजा। वहां से मंजूरी मिल गई। लागू करने के लिए कुछ तैयारी करनी पड़ रही है। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है। रिपोर्ट आने वाली है।यह भी पढ़ें: कांग्रेस को झुलसा रहा गुटबाजी का ताप, किरण के आरोपों से भूचाल; हाईकमान ने दोनों गुटों को किया तलब