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Lok Sabha Election 2024: 'चेक कर रहे थे...', जब मौके पर पहुंची चुनाव आयोग की टीम को मिला ये जवाब, अफसरों ने दी चेतावनी

Lok Sabha Election 2024 चुनाव आयोग ने आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों की शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल-फ्री नंबर उपलब्ध कराया है। लेकिन लोग उस पर फर्जी कॉल कर रहे हैं। इसके बाद जब आयोग की टीम मौके पर पहुंचती है तो कॉल करने की अजीबोगरीब वजहें बता रहे हैं। इसे लेकर आयोग के अफसरों ने चेतावनी भी दी है।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Tue, 09 Apr 2024 01:10 PM (IST)
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Lok Sabha Election 2024: अकेले नई दिल्ली में अब तक नौ फर्जी कॉल के मामले आ चुके हैं।
अजय राय, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी के साथ ही देश भर में चुनाव आचार संहिता (एमसीसी) लागू हो गई है। सभी संसदीय क्षेत्रों में इसके लिए चौबीस घंटे काम कर रहे टोल फ्री नंबर पर शिकायतें भी आने लगी हैं। लेकिन, नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अधिकारी फर्जी काल से परेशान हैं।

अधिकारियों ने काल करने वालों को भविष्य में ऐसा न करने संबंधी चेतावनी देकर छोड़ दिया है। एमसीसी लागू होने के बाद नई दिल्ली जिला कार्यालय में इसके उल्लंघन को रोकने के एक सेल बना दिया गया है, यहां 24 घंटे एक व्यक्ति की ड्यूटी होती है और कोई भी शिकायत आने पर संबंधित क्षेत्र के सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) को इसकी सूचना दी जाती है।

फर्जी निकले नौ मामले

जिले के एक अधिकारी ने बताया कि नई दिल्ली में मार्च में चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की 21 शिकायतें मिलीं। तत्काल संबंधित क्षेत्र के अधिकारी को इसका विवरण देकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया। जब मौके पर जांच की गई तो इनमें 12 मामले ही सही मिले और उसपर कार्रवाई की गई।

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नौ मामले ऐसे मिले जो फर्जी थी। इसके बाद काल करने वाले से जब जिले के अधिकारियों ने संपर्क किया तो उन लोगों ने बताया कि वे जांच करने के लिए काल कर रहे थे कि कार्रवाई की जा रही है या नहीं। कुछ ने तो यह जांचने के लिए काल किया कि नंबर सुचारू रूप से काम कर रहा है या नहीं, ताकि ऐसा कुछ पता चले तो शिकायत की जा सके।

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अफसरों ने दी चेतावनी

बहरहाल, गुस्साए अधिकारियों ने फर्जी काल करने वालों को फोन कर ऐसा फिर से करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी देकर निपटारा कर दिया। अधिकारी ने बताया कि 12 शिकायतें सही मिलीं, जिसका निर्धारित 100 मिनट में निपटारा किया और शिकायतकर्ता को इसका विवरण भी दिया गया।

इन शिकायतों में ज्यादातर मामले अवैध होर्डिंग और पोस्टर के थे। आगे भी शिकायतों का निपटारा तय समय में किया जाएगा और अधिकारी अपनी टीम के साथ खुद भी इसकी जांच कर रहे हैं और उल्लंघन वाले होर्डिंग और पोस्टर को हटवा रहे हैं।

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