North West Delhi Seat: वह लोकसभा सीट जहां चुने जाते थे दो सांसद, क्या आप जानते हैं यहां पहली बार 2009 में हुआ चुनाव
North West Delhi Lok Sabha Chunav 2024 updates North West Delhi Lok Sabha Chunav 2024 updates देश में जल्द लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आपको भी अपनी लोकसभा सीट और अपने सांसद के बारे में जानना भी जरूरी है ताकि इस बार किसको जिताना है इसे लेकर किसी तरह की कोई दुविधा न हो। आज हम आपके लिए लाए हैं उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट की पूरी जानकारी...
संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। देश की राजधानी की उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। इससे पहले यह बाहरी दिल्ली संसदीय क्षेत्र का हिस्सा थी।
खास बात यह थी कि यह एक ऐसी सीट थी, जहां से पहले दो चुनावों में दो सांसद चुने गए थे। समय के साथ यह व्यवस्था बदल गई और दिल्ली में संसदीय क्षेत्रों की संख्या भी बढ़ गई।
पहले लोकसभा चुनाव में तीन संसदीय क्षेत्र थे। अब यहां सात सीटों पर चुनाव होता है। उत्तर पश्चिमी दिल्ली में अब तक हुए तीन चुनावों में एक बार कांग्रेस और दो बार भाजपा को जीत मिली है। वर्तमान में हंसराज हंस यहां से सांसद हैं।
दिल्ली की किस सीट से चुने जाते थे दो सांसद?
साल 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली, बाहरी दिल्ली और दिल्ली शहर तीन सीटों के लिए मतदान हुआ था। इन तीन क्षेत्रों से चार सांसद चुने गए, क्योंकि बाहरी दिल्ली से सामान्य वर्ग व अनुसूचित जाति से एक-एक प्रतिनिधि चुने जाने का प्रावधान था। दूसरे चुनाव में चांदनी चौक के नाम से एक नया संसदीय क्षेत्र बनाया गया, लेकिन बाहरी दिल्ली से दो सांसदों को चुनने का प्रावधान जारी रहा।
इस कारण दिल्ली में चार संसदीय क्षेत्रों से पांच सांसद चुने गए थे। पहली और दूसरी लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस के सी कृष्णन नायर व नवल प्रभाकर यहां से सांसद चुने गए थे। साल 1962 में हुए तीसरे चुनाव में करोल बाग नया संसदीय क्षेत्र बनाकर एक क्षेत्र से दो सांसद चुने जाने की व्यवस्था खत्म कर दी गई।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है यह सीट
साल 2008 के परिसीमन के बाद उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट बनाई गई। अस्तित्व में आने के बाद से ही यह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने महिला नेताओं को इस क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा था। कांग्रेस की कृष्णा तीरथ ने बड़े अंतर से भाजपा की मीरा कांवरिया को मात दी थी।
वर्ष 2014 में भाजपा ने डॉ. उदित राज को अपना उम्मीदवार बनाया था। उन्होंने आम आदमी पार्टी की राखी बिड़लान को पराजित किया। तीरथ तीसरे स्थान रहीं थी।
पिछले चुनाव में भाजपा ने पंजाबी गायक हंसराज हंस को अपना उम्मीदवार बनाया। टिकट कटने से नाराज उदित राज भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए। हंसराज ने भाजपा से आम आदमी पार्टी में गए पूर्व विधायक गुगन सिंह को पराजित किया। गुगन अब भाजपा में वापस लौट आए हैं।
उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट में कितनी विधानसभा?
उत्तर पश्चिमी लोकसभा सीट में 10 विधानसभा- नरेला, बादली, रिठाला, बवाना, मुंडका, किराड़ी, सुल्तानपुर माजरा, नांगलोई जाट, मंगोलपुरी और रोहिणी हैं। इनमें से नौ विधानसभा क्षेत्रों पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है, सिर्फ रोहिणी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक हैं।
बाहरी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुने गए सांसद
साल | सांसद | पार्टी |
उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट नहीं बनी थी, तब बाहरी दिल्ली से चुने जाते थे सांसद | ||
1952 | सी कृष्णन नायर व नवल प्रभाकर | कांग्रेस |
1957 | सी कृष्णन नायर व नवल प्रभाकर | कांग्रेस |
1962 | चौधरी ब्रह्म प्रकाश | कांग्रेस |
1967 | चौधरी ब्रह्म प्रकाश | कांग्रेस |
1971 | चौधरी दलीप सिंह | कांग्रेस |
1977 | चौधरी ब्रह्म प्रकाश | जनता पार्टी |
1980 | सज्जन कुमार | कांग्रेस |
1984 | चौधरी भरत सिंह | कांग्रेस |
1989 | तारीफ सिंह | जनता दल |
1991 | सज्जन कुमार | कांग्रेस |
1996 | कृष्ण लाल शर्मा | भाजपा |
1998 | कृष्ण लाल शर्मा | भाजपा |
1999 | साहिब सिंह वर्मा | भाजपा |
2004 | सज्जन कुमार | कांग्रेस |
उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट बनने के बाद |
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2009 | कृष्णा तीरथ | कांग्रेस |
2014 | डॉ. उदित राज | भाजपा |
2019 | हंसराज हंस | भाजपा |
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