नैनीताल सीट से सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने पांच साल में पूछे महज दस सवाल
संसदीय कार्रवाई के अनुसार नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से सांसद कोश्यारी ने पहले साल तीन तो दूसरे साल सात सवाल पूछे जबकि तीसरे चौथे और पांचवें साल वह खामोश ही रहे।
By Skand ShuklaEdited By: Updated: Thu, 14 Mar 2019 11:22 AM (IST)
रुद्रपुर, जेएनएन : पांच साल, दस सवाल। लोकसभा में कोश्यारी का यही लेखा-जोखा है। संसदीय कार्रवाई के अनुसार नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट से सांसद कोश्यारी ने पहले साल तीन तो दूसरे साल सात सवाल पूछे, जबकि तीसरे, चौथे और पांचवें साल वह खामोश ही रहे। पांच साल में वह क्षेत्रीय व राष्ट्रीय मुद्दों पर जनप्रतिनिधित्व करते रहे। रेल और रक्षा से जुड़े सवालों पर ही कोश्यारी का फोकस रहा। ऐसे में सांसद कोश्यारी का संसद के भीतर रिपोर्ट कार्ड औसत रहा है। उन्होंने रेल लाइन, हवाई सेवा व देश की रक्षा पर आधारित सवाल संसद में पूछे हैं। इसके साथ ही कोश्यारी ने विभिन्न मुद्दों पर पांच साल में 10 डिबेट में भाग लिया। संसद की 331 में से वह 294 बैठकों में मौजूद रहे। जबकि पूरे कार्यकाल में कोई बिल पेश नहीं किया। इस तरह साल 2014 में चुनाव जीतने के बाद वह पहले साल 88 दिन, दूसरे साल 61, तीसरे साल 47, चौथे साल 58 व पांचवे साल 40 दिन मौजूद रहे। सवालों पर उपलब्धि के लिहाज से देखें तो रामनगर से मुंबई के लिए साप्ताहिक ट्रेन तथा काठगोदाम से दिल्ली के लिए शताब्दी चलवाने में उनकी अहम भूमिका रही।
अब मेरी उम्र सवाल पूछने की नहीं रही
भगत सिंह कोश्यारी, सांसद ने बताया कि 76 वर्ष की उम्र हो चुकी है, ऐसे में अब सवाल पूछने की हमारी उम्र नहीं रही। हां, अब हम सवालों के जवाब देने में सक्षम हैं। जरूरत हैं कि युवा सांसद सवाल पूछें।
समितियों के जरिये कोश्यारी की विकास पर रही नजर
रुद्रपुर : सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने जिले की विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए तीन समितियों की बैठकों में नियमित हिस्सा लिया। इसमें उन्होंने योजना से जुड़े कार्यों की जानकारी लेते हुए विकास कार्यों के क्रियान्वयन पर नजर रखी।
जिले की विकास योजनाओं को बेहतर करने के लिए सांसद भगत सिंह कोश्यारी सतर्कता समिति, निकाय व जिला विकास समन्वय व निगरानी समिति में हैं। 10 जुलाई 2018 की बैठक में हिस्सा लेते हुए सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने मनरेगा, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, राष्ट्रीय शहरी विकास योजना, शहरी आजीविका मिशन योजना, अमृत योजना, सड़क सुरक्षा, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, प्रधानमंत्री आवास योजना, फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन आदि योजनाओं की जानकारी ली और इससे संबंधित निर्देश दिए। तीन मई 2018 को आयोजित निगरानी समिति की बैठक में सर्व शिक्षा अभियान, समेकित बाल विकास योजना, प्रधानमंत्री उच्जवला योजना, दीनदयाल उपाध्याय, ग्रामीण कौशल विकास योजना, डिजिटल इंडिया, पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम, अवस्थापना संरचना टेलीकॉम, रेलवे, हाईवे, माइंस, राष्ट्रीय राजमार्ग पर अधिकारियों से जानकारी ली।
अक्सर देते रहे ये निर्देश सांसद लगातार योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते रहे। उन्होंने समाज कल्याण विभाग में राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम में पारिवारिक लाभ योजना के आवेदन पर भुगतान के निर्देश दिए थे। इसके बाद 558 अनुमानित लाभार्थियों के सापेक्ष 111 लाख की मांग विभाग को प्रेषित की गई। सांसद ने एनयूएलएम में अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूह बनाने के निर्देश दिए। जिसके बाद राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन योजना में 11 समूह के लक्ष्य पर तीन समूह गठित किए गए। जबकि छह लाभार्थियों को ऋण की सुविधा दी गई।
वादे : कुछ पूरे कुछ का इंतजार सांसद भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रीय मुद्दों के अलावा कई स्थानीय स्तर पर विकास के लिए वादे किए थे। इसमें जमरानी बांध बड़ा मुद्दा था। पांच साल में बांध निर्माण का काम तो शुरू नहीं हो सका लेकिन कागजी प्रक्रिया तेज हुई। एनएच 74 और 87 का काम शुरू हुआ। क्षेत्र में पोस्ट ऑफिसों की संख्या बढ़ी। पासपोर्ट कार्यालय खुलवाया। पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण हरीश ताल क्षेत्र में सड़कों का निर्माण किया। हल्द्वानी में एफएम रेडियो का सेंटर खुला, लेकिन एयरपोर्ट का विस्तारीकरण का वादा भी अधर में है।
सांसद आदर्श गांव : कोर्ट तक पहुंचा मामला सांसद कोश्यारी ने खटीमा के तड़पूड़ा बग्गा चौवन गांव को गोद लिया था। सांसद ने यहां पर बरातघर बनाया, बीएसएनल टावर लगाने के साथ ही पोस्ट ऑफिस और बैंक भी खुलवाया। 10 हजार आबादी वाले इस गांव को मुख्य सड़क से जोडऩा था, लेकिन अभी तक नहीं जुड़ सका। वन भूमि के चलते मामला अटक गया। जहां विकास हुआ। वह जगह वन भूमि का होने से मामला हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। हाई कोर्ट ने इस गांव को वन भूमि से खाली कराने तक के आदेश दे दिए थे।
कोश्यारी के टिवट्र पर 48 हजार फॉलोअर सांसद कोश्यारी ने 2013 से वह टिवट्र इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन सक्रियता कुछ वर्षों में अधिक रही। उनके टिवट्र पर 48 हजार फॉलोअर हैं। वह 175 लोगों को फॉलो करते हैं। हालांकि उनके टवीट पर कमेंट करने वालों की संख्या बेहद कम है। हां, फेसबुक पर यह संख्या अधिक नजर आती है। यहां तक कि उनके पोस्ट शेयर भी किए जाते हैं। वह नियमित पोस्ट करते हैं। इसमें वह अपने कार्यक्रमों के अलावा नई योजनाओं और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के ट्वीट को भी रिट्वीट करते हैं।
सांसद निधि खर्च करने में कोश्यारी आगे सांसद निधि खर्च करने को लेकर पिछले एक माह से तैयारी की गई थी। नैनीताल जिले में सांसद निधि के तहत तीन करोड़ 50 लाख की रकम मिली थी। कोश्यारी की सांसद निधि में सालभर में दो करोड़ 22 लाख 51 हजार मिला। इसमें से दो करोड़ 20 लाख के प्रस्ताव मिल चुके हैं। इन कामों के लिए बजट भी जारी कर दिया गया है। ऊधमसिंह नगर में 20 करोड़ की राशि मिली थी। इसमें से 18 करोड़ 20 लाख की धनराशि खर्च दी गई।
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