Priyanka in Jaunpur : जौनपुर में प्रियंका गांधी ने कहा- नरेंद्र मोदी कायर और डरपोक पीएम
पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज गुरुवार को दोपहर बाद करीब पांच बजे जौनपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित किया।
By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Thu, 09 May 2019 06:43 PM (IST)
जौनपुर, जेएनएन। पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शाम करीब पांच बजे जौनपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचीं। प्रियंका गांधी ने मंच पर पहुंचने के बाद जनसभा को संबोधित करने के साथ ही भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा।
प्रियंका गांधी ने कहा कि इस सरकार में जो अपना हक मांगे वो देशद्रोही कहा जाता है। नरेंद्र मोदी जैसा कायर और डरपोक पीएम मैंने नहीं देखा है। एससीएसटी एक्ट पर पीएम के मुंह से एक भी शब्द आज तक नहीं निकला। हमारे घोषणा पत्र में आम जनता की आवाज है। अमेठी में वोट डालने से रोकते हुए भाजपा ने दो युवकों को पीटा है। अगर पीएम यहां आते तो सबसे पहले पाकिस्तान की बात करते। पीएम की हिम्मत आप लोगों की समस्याओं पर बात करने की नहीं। अख़बारों और टीवी देखो तो ऐसे विज्ञापन चलते हैं जैसे लगता है कि सुनहरा युग आ गया है। आप में से किसी किसान ने बीमा राशि नहीं देखी होगी।
किसान की आमदनी दोगुनी नहीं बल्कि आधी हो गयी है। पांच साल में 12 हज़ार किसानों ने देश में आत्महत्या की है। दिल्ली गए किसानों से मिलने को पीएम ने पांच मिनट भी समय नहीं निकाला। आवारा पशुओं से खेत बचाने को कोई भाजपा पदाधिकारी नहीं आया। दो रुपये से आपका सम्मान जोड़ रहे हैं पीएम। कहां गए 2 लाख रोज़गार, 24 लाख सरकारी रोजगार के पद खाली पड़े हैं। किसानों की क़र्ज़माफ़ी नहीं हो रही है जबकि बड़े कारोबारियों की हो रही है।प्रियंका गांधी जौनपुर जिले में बदलापुर स्थित सरोखनपुर स्थित डाक बंगला बगीचे में जनसभा को संबोधित करने पहुंचीं तो भीड से भी जोशीले नारों ने कांग्रेस नेता का हौसला बढाया। प्रियंका गांधी जौनपुर से कांग्रेस प्रत्याशी देवव्रत मिश्र और मछलीशहर से कांग्रेस के इस चुनाव में सहयोगी दल जनअधिकारी पार्टी के उम्मीदवार डा. अमरनाथ पासवान के भी चुनावी समीकरणों को साधने पहुंचीं हैं। इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की खेवनहार बन कर सक्रिय राजनीति में उतरींं राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का यह जिले में प्रथम आगमन है। इसी वजह से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गुरुवार की सुबह से ही अच्छा खासा उत्साह बना हुआ है। मंगलवार को मायावती और अखिलेश यादव की बड़ी संयुक्त चुनावी रैली भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही लिए चुनौती मानी जा रही है। अपेक्षित भीड़ जुटाकर विपक्षियों को आइना दिखाने के प्रयास में दोनों दलों के उम्मीदवार, रणनीतिकार व कार्यकर्ता पूरी ताकत झोंक चुके हैं।