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Exclusive: UP में इस बार 74 से अधिक सीटें जीतेंगे और मोदी फिर बनेंगे पीएम : जेपी नड्डा

मोदी-योगी की सरकार में एक नई संस्कृति विकसित हुई। विकास को गति मिली। कानून व्यवस्था सुधरी।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Fri, 03 May 2019 09:27 AM (IST)
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Exclusive: UP में इस बार 74 से अधिक सीटें जीतेंगे और मोदी फिर बनेंगे पीएम : जेपी नड्डा
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाया गया तो 2014 की अपनी ही उपलब्धियों से पार पाने की चुनौती सामने थी। वह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की बनाई हुई जमीन, संगठन-सरकार के समन्वय और मोदी के जादुई व्यक्तित्व के भरोसे उत्तर प्रदेश की 80 में 74 से अधिक सीटें जीतने के प्रबंधन में जुट गए। चार चरणों के मतदान के बाद उनका हौसला बढ़ा है। अब वह दावा करते हैं कि विपक्ष के लिए उप्र की जनता के दिलों में कोई जगह नहीं है। उप्र के चुनाव में जातिवाद के सवाल पर कहते हैं- मोदी के काम ने जाति की चुनौती को ध्वस्त कर दिया है। इस चुनाव के नतीजे आने के बाद वोट बैंक और जातिवाद की राजनीति समाप्त हो जाएगी...। जगत प्रकाश नड्डा से विभिन्न मुद्दों पर उप्र राज्य ब्यूरो के विशेष संवाददाता आनंद राय ने लंबी बातचीत की। प्रस्तुत हैं मुख्य अंश-

अब तक चार चरणों के मतदान में भाजपा की क्या स्थिति है?

-देखिए, 2013-14 उप्र की राजनीति के लिए अहम बिंदु रहा और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जब यहां का प्रभार संभाला तो समाज के सभी वर्गों को जोड़ा। उसका प्रतिफल 2014 और 2017 में अभूतपूर्व विजयश्री के रूप में मिला। 2019 में शक्तिबढ़ी और अब तो विपक्ष ध्वस्त हो गया है। उप्र की जनता ने मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है।

आगे के चरणों में क्या स्थिति है?

-आगे के तीन चरणों में मोदी की सुनामी और तीव्र होगी। उप्र भाजपामयी है और हर कोई देश की मजबूती के लिए मोदी के रूप में सक्षम नेतृत्व देख रहा है।

एक तरफ आप कह रहे हैं कि जनता में उत्साह है और दूसरी तरफ हर चरण में मतदान घट रहा है, क्या वजह है?

-मुझे लगता है कि विपक्ष का वोट घटा है। वे परिणाम से वाकिफ हैं और हार सामने देखकर उदासीन हो गए हैं।

मोदी जी तो मतदाताओं को सतर्क कर रहे हैं कि विपक्ष कम मतदान की साजिश कर रहा है?

-विपक्ष का खेल तो जनता ने समाप्त कर दिया है। ऐसे में वह साजिश तो करेंगे ही, लेकिन कोई सफलता नहीं मिलेगी।

भाजपा सांसदों को लेकर मतदाताओं में जबर्दस्त नाराजगी है?

-यह चुनाव नरेंद्र मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए हो रहा है। मतदाता बहुत समझदार है और वह जानता है कि मोदी के फिर पीएम बनने पर ही देश सुरक्षित होगा और पूरी दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ेगा।

आप केंद्रीय चुनाव समिति के सचिव हैं और उम्मीदवारों की सूची आपके हस्ताक्षर से जारी हुई। उप्र में 21 सांसदों को चुनाव मैदान में मौका नहीं मिला। आपके प्रति उनकी भावना कैसी है?

-बोर्ड के सचिव के रूप में मेरे हस्ताक्षर जरूर हैं, लेकिन उम्मीदवार तय करने का फैसला सामूहिक होता है। जिन्हें मौका नहीं मिला, उनका भी भरपूर उपयोग होगा।

आप उप्र के प्रभारी हैं और दिल्ली की कुर्सी का रास्ता उप्र से होकर गुजरता है। इस बार क्या स्थिति रहेगी?

-इस बार 74 से अधिक सीटें जीतेंगे और उप्र फिर मोदी को प्रधानमंत्री बनाएगा।

लेकिन जिनके टिकट कटे, कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं?

-जो लोग भी भारतीय जनता पार्टी में हैं, वह अच्छे भाव से अपनी जिम्मेदारी को निभाने में लगे हुए हैं। उन्हें भविष्य दिख रहा है। सबका साथ मिल रहा है और संगठन को भी ऐसे लोगों की चिंता है।

लेकिन मिश्रिख की सांसद अंजूबाला ने तो कहा कि जिसे मैंने 2014 में हरा दिया, भाजपा ने उसे ही उम्मीदवार बनाया है?

-हम किसी एक पर क्यों कमेंट करें। हम लोग तो सबकी भावनाओं को लेकर चलते हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार में साझीदार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने खुलेआम विद्रोह कर अपने उम्मीदवार उतार दिए। भारतीय जनता पार्टी कार्रवाई की भी हिम्मत नहीं जुटा सकी। क्यों?

-हम अपनी तरफ से गठबंधन धर्म निभाते हैं। समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलते हैं। गठबंधन धर्म का निर्वाह तो सभी को करना चाहिए।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश को अच्छा भाषण देने वाला नहीं काम करने वाला पीएम चाहिए?

-गहलोत को अपने वक्तव्य और राजनीतिक बुद्धि पर आत्मचिंतन करना चाहिए। मोदी को तो पूरी दुनिया वर्ल्ड लीडर मान रही है।

राहुल गांधी बोल रहे थे कि चौकीदार चोर है। अब प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर भी भाजपा को डकैतों की मंडली कहने लगे हैं?

-कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सीमित जानकारी वाले नेता हैं। उनकी पार्टी के लिए यह चिंता का विषय है। कांग्रेस के नेताओं की भाषा और बोली बौखलाहट का नतीजा है। विचार शून्य नेताओं के वक्तव्य में गिरावट स्वाभाविक है। राहुल गांधी के वक्तव्य को इसी रूप में देखें।

उप्र में सपा-बसपा गठबंधन को मोदी और भाजपा के लोग महामिलावट कहते हैं, लेकिन आप लोगों ने तो जम्मू में महबूबा मुफ्ती से भी गठबंधन किया था?

-जम्मू-कश्मीर में गठबंधन देश की आवश्यकता थी। वह पानी और तेल का मिलन था और हमें एक प्रयोग करना था, लेकिन मुद्दों पर बात नहीं बनी तो हम अलग हो गए।

उप्र में कांग्रेस को किस स्थिति में देख रहे हैं?

-इस बार तो अमेठी और रायबरेली भी हमारी है।

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर आगे की कोई योजना?

-जो योजना है उसे ही ग्रास रूट पर ठीक ढंग से लागू करेंगे। समग्र स्वास्थ्य की तरफ हमारी योजना बढ़ रही है।

केंद्र और राज्य में आपकी सरकार है, लेकिन किस तरह की चुनौती महसूस करते हैं?

-उप्र लंबे समय तक भ्रष्टाचार का शिकार रहा है। विकास बाधित रहा, लेकिन मोदी- योगी की सरकार में एक नई संस्कृति विकसित हुई। विकास को गति मिली। कानून-व्यवस्था सुधरी।

मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया है। आप इसे किस नजरिए से देखते हैं?

-पांच वर्षों में दुनियाभर में पीएम का प्रभाव बढ़ा है। विश्व में उनकी सर्वमान्यता और छवि का नतीजा है कि मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया। पीएम के प्रयास के लिए बधाई।