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पत्‍नी के प्रचार करने और केजरीवाल की गारंटी पर क्‍या बोले मनोज तिवारी; अगर जीते तो क्‍या शीला दीक्षित की तरह कन्‍हैया से भी मिलेंगे? दिया यह जवाब

Lok Sabha Election 2024 मनोज तिवारी के सामने इस सीट पर आईएनडीआई गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार हैं। ऐसे में वह इस चुनाव को कैसे देखते हैं इस चुनाव में प्रमुख मुद्दे क्या हैं प्रचार अभियान कैसा चल रहा है और मुख्य प्रतिद्वंद्वी को कैसे देख रहे हैं... जैसे कई विषयों पर दैनिक जागरण ने भाजपा प्रत्‍याशी मनोज तिवारी से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश...

By Nihal Singh Edited By: Deepti Mishra Updated: Thu, 16 May 2024 02:11 PM (IST)
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उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा प्रत्‍याशी मनोज तिवारी का साक्षात्कार।
निहाल सिंह, नई दिल्‍ली। दिल्ली में लोकसभा की सात सीटों में से छह पर जहां भाजपा ने अपने सांसदों के टिकट काट दिए। वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से मनोज तिवारी एकमात्र ऐसे सांसद रहे, जिन पर पार्टी ने अपना भरोसा बरकरार रखा। भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता और सुप्रसिद्ध गायक होने के साथ ही अब एक मंझे हुए राजनीतिज्ञ बन चुके मनोज तिवारी इस सीट से लगातार तीसरी बार टिकट हासिल करने में सफल रहे।

मनोज तिवारी के सामने इस सीट पर आईएनडीआई गठबंधन से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार हैं। ऐसे में वह अपनी सभाओं में उन्हें टुकड़े-टुकड़े समूह का सदस्य बताने से नहीं चूकते हैं। वह अपने भाषणों में लोगों को जेएनयू की घटना याद दिलाते हैं और कन्हैया कुमार के विवादित नारों का जिक्र करते हैं।

इस चुनाव में प्रमुख मुद्दे क्या हैं, प्रचार अभियान कैसा चल रहा है और मुख्य प्रतिद्वंद्वी को कैसे देख रहे हैं... जैसे कई विषयों पर दैनिक जागरण ने भाजपा प्रत्‍याशी मनोज तिवारी से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत हैं इस बातचीत के प्रमुख अंश...

सवाल: पिछले दो चुनावों में आपकी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला था। इस बार आईएनडीआई  गठबंधन प्रत्याशी से आपका आमने-सामने का मुकाबला है। इसे कितनी बड़ी चुनौती मानते हैं?

जवाब- कांग्रेस की जो सोच है, उसी के अनुरूप उसने देश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात करने वाले, भारतीय सेना को गाली देने वाले, घर-घर से आतंकी निकलने की बात करने वाले और 'कितने अफजल मारोगे हर घर से अफजल निकलेगा' जैसे नारे लगाने वाले व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है।

लोग ऐसे प्रत्याशी को हराने के लिए दोगुने जोश से वोट करते हैं। फिर भी हम अपने हर चुनाव को गंभीरता से लेते हैं और इस बार भी मेहनत कर रहे हैं। कांग्रेस और आप दोनों के कार्यकर्ता अपनी-अपनी पार्टियों से नाराज हैं, क्योंकि इनका गठबंधन बे-मेल है।

सवाल: पिछली बार जब आप चुनाव जीते तो शीला दीक्षित से मिलने उनके घर गए थे, क्या इस बार कन्हैया से मिलेंगे?

जवाब-  मैं जब पूर्व सीएम शीला दीक्षित से उनके घर मिलने गया था तो मुझे महसूस हुआ था कि अरविंद केजरीवाल की नफरत भरी बातों से, उनके आरोपों से उनका मानस बहुत विचलित था। शायद इसी वजह से उन्हें सदमा लगा, जिससे वह उबर नहीं पाईं। शीला दीक्षित का एक अलग कद था।

बाकी अभी जो (कन्हैया कुमार) लड़ रहे हैं, मैं तो कामना करूंगा कि भगवान उनसे भेंट भी न हो। यह चुनाव राष्ट्रवाद बनाम माओवाद का है। एक तरफ देश के टुकड़े-टुकड़े होंगे...जैसे नारे लगाने वाले ये (कन्हैया कुमार) लोग हैं और दूसरी तरफ भारत माता की जय करने वाले हैं।

सवाल: संसदीय क्षेत्र में यातायात जाम समस्या दूर करने के लिए आपने क्या किया है और इसे लेकर अगले पांच साल के लिए क्या योजना है?

जवाब- आपको याद होगा शास्त्री पार्क का जाम, जो अब नहीं लगता है। सीलमपुर ब्रिज पर भी अब जाम नहीं है। दिलशाद गार्डन तक जाम नहीं लगता है। सिग्नेजर ब्रिज बनने से अब वजीराबाद पुल पर जाम नहीं लगता है, हां, अभी खजूरी का जाम छोटा सा है, वह भी एक से डेढ़ माह का मेहमान है। वहां एलिवेटेड रोड जून में यातायात के लिए खोल देंगे।

नंद नगरी का फ्लाईओवर बना रहे हैं। सोनिया विहार का पुश्ता डबल करेंगे। गामड़ी रोड को चौड़ा करना है। करावल नगर रोड का यातायात जाम खत्म करना है। बैंक कॉलोनी, सेवाधाम रोड व बुराड़ी की सौ फुटा रोड को लेकर भी बड़ी योजना है।

सवाल: आपकी पत्नी भी चुनाव प्रचार में साथ नजर आ रही हैं। उनके साथ होने का कैसे लाभ मिल रहा है?

जवाब- चुनाव के समय पत्नी कंधे से कंधा मिलाकर साथ हो तो बहुत आसानी हो जाती है। स्टार प्रचारक होने के कारण मुझे दूसरे राज्यों में भी जाना पड़ता है, तो पत्नी के प्रचार में आने से सहूलियत होती है। बच्चे छोटे हैं तो हम दोनों मिलकर बच्चों की चिंता करते हैं। हंसते हुए.. राजनीति और परिवार में बैलेंस ठीक है।

सवाल: केजरीवाल की गारंटियों को आप कैसे देखते हैं? दिल्ली में वायु प्रदूषण एक गंभीर मुद्दा है, इसका समाधान कैसे होगा?

जवाब- केजरीवाल जब जेल से आए और गारंटियों की बात की तो हमें उनकी कुछ गारंटियां याद आ रही थीं कि यमुना ऐसी साफ करेंगे कि इसमें लोगों के साथ डुबकी लगाएंगे। एक गारंटी थी कि बच्चों की कसम खाते हैं कि किसी पार्टी से हाथ नहीं मिलाएंगे।

एक और गारंटी थी कि रामलीला मैदान में लोकसभा का सत्र होगा और जनलोकपाल पास करेंगे। 500 स्कूल और 20 कालेज खोलने की भी गारंटी थी, एक भी नहीं बना। अब दिल्ली की नजरों में उनकी कोई गारंटी नहीं चलने वाली। उन्होंने दिल्ली को बहुत बुरी तरह से ठगा है, तकलीफ दी है। जैसे यातायात जाम खत्म करने का काम किया है, वैसा ही काम वायु प्रदूषण कम करने के लिए भी करेंगे।

सवाल: पिछले 10 साल में अपने क्षेत्र में क्या-क्या काम किए और अगले पांच साल के लिए आपकी क्या योजना है?

जवाब- अपने क्षेत्र में 14,600 करोड़ रुपये के काम करवाए हैं। सिग्नेचर ब्रिज मेरे कार्यकाल का पहला पुल बना। शास्त्री पार्क का फ्लाईओवर आमरण अनशन करके बनवाया। शिव विहार तक मेट्रो लेकर आए। चौथे चरण के तहत मौजपुर से गोकलपुर, यमुना विहार, चांद बाग, भजनपुरा, सोनिया विहार, बुराड़ी तक मेट्रो आ गई।

चार-पांच माह में परिचालन भी शुरू हो जाएगा। क्षेत्र में पहला केंद्रीय विद्यालय और रेलवे स्टेशन लाएं। पहला रिवर फ्रंट बना रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्र में 12 पार्क बनाए। 43 पार्कों में ओपन जिम लगाए गए। ये सब काम करके बहुत आनंद है, बहुत सुकून है।