MP Election 2023: आदर्श आचार संहिता के दौरान 340 करोड़ रुपये की नकदी, ड्रग्स, आभूषण किए गए जब्त
9 अक्टूबर को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से मध्य प्रदेश में 40.18 करोड़ रुपये की नकदी और शराब ड्रग्स आभूषण और अन्य सामान कुल मिलाकर लगभग 300 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। इसकी जानकारी एक शीर्ष अधिकारी द्वारा सामने आई है। राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ।
By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Sat, 18 Nov 2023 09:10 AM (IST)
पीटीआई, भोपाल (मध्य प्रदेश)। 9 अक्टूबर को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से मध्य प्रदेश में 40.18 करोड़ रुपये की नकदी और शराब, ड्रग्स, आभूषण और अन्य सामान कुल मिलाकर लगभग 300 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। इसकी जानकारी एक शीर्ष अधिकारी द्वारा सामने आई है।
राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ, जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। लगभग 76 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने कहा कि चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद आचार संहिता लागू होने के बाद से राज्य भर में प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि फ्लाइंग सर्विलांस टीम (Flying Surveillance Team, FST), स्टेटिक सर्विलांस टीम (Static Surveillance Team, SST) और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा लगभग 339.95 करोड़ रुपये की अवैध शराब, नशीली दवाएं, नकदी, कीमती धातुएं, सोना, चांदी, आभूषण और अन्य सामग्री जब्त की गई है।
राजन ने कहा, 9 अक्टूबर से 16 नवंबर तक इन संयुक्त टीमों ने 40.18 करोड़ रुपये नकद, 65.56 करोड़ रुपये की 34.68 लाख लीटर अवैध शराब, 17.25 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ, 92.76 करोड़ रुपये के सोना, चांदी और अन्य कीमती धातुएं, 124.18 करोड़ रुपये की सामग्री जब्त कीं।
अधिकारियों ने बताया कि 2018 के चुनावों में, जब आदर्श आचार संहिता लागू थी, उस अवधि के दौरान ऐसी कार्रवाई में कुल मिलाकर 72.93 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य वस्तुएं जब्त की गईं।
यह भी पढ़ें- Biden-Xi Meeting: बाइडन-शी की भागीदारी दुनिया के लिए सहयोग का एक महत्वपूर्ण संकेत है- IMF प्रमुख
यह भी पढ़ें- Hindi News Today: खरना के साथ छठ के व्रत की शुरुआत, भरतपुर में PM मोदी की चुनावी रैली समेत इन बड़े इवेट्स पर रहेगी नजर