MP Election Result: कांग्रेस ने ईवीएम और संगठन की कमजोरी पर फोड़ा हार का ठीकरा, मध्य प्रदेश में पार्टी ने की समीक्षा बैठक
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने सभी प्रत्याशियों से अपनी हार-जीत का विश्लेषण करने के साथ संगठन की समीक्षा करके 10 दिनों में दो रिपोर्ट देने के लिए कहा है।सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जहां कांग्रेस बड़े अंतर से पराजित हुई है वहां 100 से अधिक ईवीएम मतगणना के समय 99 प्रतिशत तक चार्ज मिलीं। जबकि मतदान के दौरान 10 घंटे से अधिक इनका उपयोग हो चुका था।
राज्य ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को हुई समीक्षा बैठक में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार का ठीकरा प्रत्याशियों ने ईवीएम और संगठन की कमजोरी पर फोड़ा। इस बात पर प्रश्न उठाया कि मतदान के 15 दिन बाद मतगणना के लिए जब ईवीएम लाई गई तो उनकी बैटरी 99 प्रतिशत तक चार्ज कैसे रही। बूथ लेवल एजेंट कहीं नजर नहीं आए। जो पदाधिकारी अपने बूथ पर पार्टी को जीत नहीं दिला सके, उनके बारे में विचार किया जाए।
साथ ही चार माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी पहले ही घोषित कर दिए जाएं और उसके हिसाब से ही संगठन बनाया जाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने सभी प्रत्याशियों से अपनी हार-जीत का विश्लेषण करने के साथ संगठन की समीक्षा करके 10 दिनों में दो रिपोर्ट देने के लिए कहा है। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जहां कांग्रेस बड़े अंतर से पराजित हुई है, वहां 100 से अधिक ईवीएम मतगणना के समय 99 प्रतिशत तक चार्ज मिलीं। जबकि, मतदान के दौरान 10 घंटे से अधिक इनका उपयोग हो चुका था।
हमें अपनी रणनीति पर करना पड़ेगा पुनर्विचार
मनावर से चुनाव जीते डा. हीरालाल अलावा ने कहा कि ईवीएम को दोष देने से कुछ नहीं होगा, हमें अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ेगा। इछावर से प्रत्याशी शैलेंद्र पटेल ने जोर दिया कि हमें वोट क्यों नहीं मिला, इस पर काम करना चाहिए। खिलचीपुर से प्रत्याशी प्रियव्रत सिंह ने भी ईवीएम को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर कहा कि मेरे पास इसके प्रमाण नहीं है। बैरसिया से प्रत्याशी जयश्री हरिकरण ने कहा कि हमारे यहां कुछ मशीनों के नंबर का मिलान ही नहीं हुआ।
डा. गोविंद सिंह ने भी ईवीएम में गड़बड़ी की बात उठाई तो दिग्विजय सिंह ने बैठक के बाद कहा कि जिस मशीन में चिप लगी है, उसके हैक होने की संभावना होती है। उधर, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने चुनाव परिणाम पर केंद्रीय संगठन के संज्ञान लेने की बात कही। दिमनी से प्रत्याशी रविंद्र सिंह तोमर ने स्वयं के ऊपर लग रहे चुनाव ठीक से नहीं लड़ने के आरोप पर अपनी बात रखी चाही तो उन्हें बैठा दिया गया। इस सीट से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव जीते हैं।
प्रत्याशी चयन पर भी सवाल
अटेर से जीते हेमंत कटारे ने प्रत्याशी चयन को लेकर प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि मेहगांव में गलत टिकट दिया गया। इस कारण बाकी सीटों पर नुकसान हुआ। जब वे यह बात कह रहे थे तो उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव ¨सह ने टोका। इस पर उन्होंने कहा कि संगठन जो कार्रवाई करना चाहे कर सकता है, पर सच्चाई तो बोलनी पड़ेगी। मेहगांव से नेता प्रतिपक्ष डा. गोविंद सिंह के भांजे राहुल भदौरिया को टिकट दिया गया था।
ग्वालियर से प्रत्याशी सुनील शर्मा ने भी प्रत्याशी चयन की बात रखी। बुरहानपुर से प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह शेरा ने पार्टी के गद्दारों को चिह्नित कर बाहर करने और लोकसभा के लिए प्रत्याशी पहले से घोषित करने का सुझाव दिया।
लोस चुनाव की तैयारी में जुटें
कमल नाथ प्रदेश कांग्रेस कमल नाथ ने कहा कि 1977 में हम इससे भी बुरी तरह हारे थे। तब इंदिरा गांधी और संजय गांधी भी हार गए थे। हम एकजुट हुए और तीन वर्ष बाद हुए आम चुनाव में 300 से अधिक सीटों के साथ इंदिरा गांधी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। इसी तरह चार माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटना है। 10 दिनों में सभी अपनी रिपोर्ट भेजें।
मैं दिल्ली जा रहा हूं। तीन दिन बाद लौटूंगा और पूरे प्रदेश का दौरा करूंगा। ईवीएम को लेकर शिकायतें मिली हैं। कुछ प्रत्याशियों को उनके गांव में 50 वोट भी नहीं मिले। एक्जिट पोल तो माहौल बनाने के लिए था। इस मुद्दे को राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष दिल्ली की बैठकों में उठाएंगे।