MP Election 2023: कांग्रेस के जय और वीरू में लूट की होड़, मध्यप्रदेश को चौपट कहे जाने पर भड़के सीएम शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कमल नाथ और दिग्विजय सिंह का नाम लिये बगैर कटाक्ष किया कि ये जय और वीरू की जोड़ी है जिसे दिल्ली बुलाया गया है। अब कांग्रेसी कह रहे हैं कि भाजपा भ्रम फैला रही है तो बताओ फिर उनको दिल्ली क्यों बुलाया जा रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Tue, 31 Oct 2023 01:57 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कमलनाथ का प्रदेश नहीं है, उनको मध्यप्रदेश से लगाव ही नहीं है, उनका नरा मध्य प्रदेश में गड़ा ही नहीं है, वो मध्य प्रदेश को बदनाम करते हैं। वे मध्य प्रदेश के चौपट प्रदेश कह रहे हैं। ऐसा कहना मध्य प्रदेश का अपमान है। कमलनाथ मध्य प्रदेश की जनता का अपमान कर रहे हैं। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी जय-वीरु की जोड़ी है, इनमें लूट की होड़ लगी है।
कमलनाथ द्वारा प्रदेश को चौपट प्रदेश कहे जाने के बाद यह पलटवार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ का शिवराज से राजनैतिक बैर है तो आप मेरा अपमान करो, मुझे गालियां दो, मध्यप्रदेश का अपमान क्यों करते हो? उन्होंने कहा कि मेरे प्रदेश को चौपट कहने वालों चौपट करने की तुम कोशिश करते थे।
मध्य प्रदेश संपदा से भरपूर है
सीएम शिवराज ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश वो धरा है, जहां धन संपदा, वन संपदा, खनिज संपदा, जन संपदा, प्राकृतिक संसाधन, यहां के भोले-भाले लोग रहते हैं। कमलनाथ तुम इनको चौपट कहते हो। इन कांग्रेसियों ने मध्य प्रदेश के पहले भारत को बदनाम किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये मध्य प्रदेश और देश का अपमान प्रदेश की जनता सहन नहीं करेगी।मध्य प्रदेश को लूटना चाहते हैं कांग्रेसी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमल नाथ और दिग्विजय सिंह का नाम लिये बगैर कटाक्ष किया कि ये जय और वीरू की जोड़ी है, जिसे दिल्ली बुलाया गया है। अब कांग्रेसी कह रहे हैं कि भाजपा भ्रम फैला रही है, तो बताओ फिर उनको दिल्ली क्यों बुलाया जा रहा है। दरअसल, कांग्रेस के जय और वीरू आपस में झगड़ रहे हैं। लूट के माल के लिए इनकी लड़ाई जारी है।
सीएम शिवराज ने कहा कि पहले भी 2003 तक मिस्टर बंटाधार ने पूरे प्रदेश को लूटा और बर्बाद कर दिया था। पिछली बार सवा साल में कमल नाथ ने भी प्रदेश को लूट का अड्डा बना दिया था। अब आगे कौन लूटे? और कितना लूटे? और उसमें कितनी हिस्सेदारी हो? झगड़ा इनका केवल इस बात का है। अब दिल्ली का भी पता नहीं? इन पर किस मुद्दों पर चर्चा कर रही है? क्या दिल्ली भी इसमें शामिल है।
कमलनाथ का एक पांव देश में दूसरा विदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि कल मैंने उन्हें (कमल नाथ) सेठ कहा तो उन्हें आपत्ति हो रही है। कह रहे हैं कि क्या मैं सेठ हूूं? क्या मैं उद्योगपति हूं? अब मैं कमल नाथ को सेठ न कहूं तो क्या कहूं। मजदूर कहूं, फसल काटने वाला कहूं, गिट्टी-मिट्टी उठाने वाला कहूं? जबकि वे स्वयं पहले कह चुके हैं कि निजी प्लेन में घूमते हैं। अब निजी प्लेन किसान के पास तो नहीं होता है? मजदूर के पास नहीं होता है? गरीब के पास नहीं होता है। कमल नाथ का एक पांव देश में रहता है, एक पांव विदेश में रहता है। अब सेठ को सेठ न कहूं तो क्या कहूं?