मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोटवारों के लिए बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने सबसे पहले कोटवार पंचायत बुलाई थी। उस पंचायत में मैंने कहा था कि कोटवार मेरे जासूस हैं। उन्होंने कहा कि आप सब स्वस्थ और प्रसन्न रहें इसके लिए सभी कोटवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। कोटवारों की वर्दी का रंग खाकी किया जाएगा।
By Anurag GuptaEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 24 Sep 2023 04:32 PM (IST)
भोपाल, ऑनलाइन डेस्क। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने रविवार को भोपाल के लाल परेड मैदान में आयोजित 'कोटवार सम्मेलन' में शिरकत की। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज ने कोटवारों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि बचपन में हमने एक दोहा पढ़ा था- रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि। जहां काम आवे सुई, कहा करे तलवार।
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क्या कुछ बोले CM शिवराज?
उन्होंने कहा कि कोटवार सुई का काम करते हैं और यह काम कलेक्टर-कमिश्नर नहीं कर सकते। जैसे बिना ग्राम देवता की पूजा के कोई शुभ कार्य प्रारंभ नहीं होता, वैसे ही बिना कोटवार की जानकारी के गांव में कोई काम आगे नहीं बढ़ता। उन्होंने आगे कहा,
कोटवार गांव के चलते-फिरते गूगल हैं। इनके पास सारी जानकारियां होती हैं। सही मायने में कोटवार जमीन से जुड़े हुए हैं। मैं जब छोटा था तो जैत गांव में जब रात में नींद खुलती थी तो ललिया बहु की आवाज आती थी जागते रहो जागते रहो। दरअसल, जब सारा गांव सोता था तब कोटवार जागता था।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि कोटवार, राजस्व प्रशासन की रीढ़ की हड्डी हैं, अगर कोटवार न हो तो प्रशासन वेंटिलेटर में चला जाए। आप प्रशासन के लिए कर्णधार हैं। आपके पास गांव की सभी जानकारी होती है, जिसके आधार पर कई कार्य सहजता से संपन्न हो जाते हैं।
कोटवार पंचायत
इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मैंने सबसे पहले कोटवार पंचायत बुलाई थी। उस पंचायत में मैंने कहा था कि कोटवार मेरे जासूस हैं। उन्होंने कहा कि आप सब स्वस्थ और प्रसन्न रहें, इसके लिए सभी कोटवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। मैं देख रहा हूं कि नीली और खाकी वर्दी में कोटवार हैं, लेकिन वर्दी का रंग एक होना चाहिए। ऐसे में अब कोटवारों की वर्दी का रंग खाकी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेरे कोटवार भाइयों-बहनों, ये सफर यहीं नहीं रुकेगा, आगे भी मैं आपके भलाई के लिए काम करता रहूंगा। आप गांव की चिंता करिए, आपकी चिंता करने का काम मेरा है।
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कोटवार का बढ़ा मानदेय
इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज ने कोटवारों के लिए बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि कोटवारों के रिटायर होने के बाद उन्हें एक लाख रुपये दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कोटवारों के वेतन में हर साल न्यूनतम 500 रुपये की वृद्धि की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ऐसे कोटवार जिनके पास सेवाभूमि नहीं है, उन्हें प्रतिमाह 4,000 रुपये मिलता है, लेकिन अब उन्हें 8,000 रुपये प्रतिमाह मिलेंगे। इसी प्रकार प्रतिमाह हजार रुपये जिन कोटवारों को मिलते हैं, उन्हें बढ़ाकर 2,000 रुपये दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज ने स्पष्ट कर दिया कि कोटवार के लिए कोई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता नहीं होगी। हर कोटवार को मोबाइल सिम दी जाएगी और शासन प्रतिमाह सिम रिचार्ज का पैसा भी देगा।