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MP Election 2018: उदयपुरा में पिछला चुनाव 44 हजार मतों से जीती थी भाजपा, इस बार कांटे की टक्कर

MP Election 2018: 2013 का चुनाव 44 हजार मतों के अंतर से जीतने वाली भाजपा को इस बार कड़ी टक्कर देती कांग्रेस दिख रही है।

By Prashant PandeyEdited By: Updated: Wed, 21 Nov 2018 01:01 PM (IST)
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MP Election 2018: उदयपुरा में पिछला चुनाव 44 हजार मतों से जीती थी भाजपा, इस बार कांटे की टक्कर
उदयपुरा (रायसेन), अम्बुज माहेश्वरी। 2013 का चुनाव 44 हजार मतों के अंतर से जीतने वाली भाजपा को इस बार कड़ी टक्कर देती कांग्रेस दिख रही है। किरार और ठाकुर बाहुल्य इस विधानसभा सीट पर भाजपा ने किरार समाज के रामकिशन पटेल को दोबारा प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने ठाकुर समाज के देवेंद्र सिंह को मुकाबले में उतारा है। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार बिना किसी लहर के स्थानीय मुद्दों पर अब तक यहां चुनाव प्रचार होता नजर आ रहा है।

पिछले चुनाव में करारी हार के बाद हाशिये पर आई कांग्रेस और संगठन के मान से बेहद मजबूत भाजपा के बीच रोचक मुकाबला होने के आसार हैं। अब तक उदयपुरा नगर में कमलनाथ की सभा हो चुकी है, वहीं दो दिन बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा यहां प्रस्तावित है। 2 लाख 30 हजार 330 मतदाताओं वाली इस सीट पर जिले की अन्य तीन सीटों की तुलना में सर्वाधिक 120 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं, जबकि कुल मतदान केंद्रों की संख्या 316 है।

भाजपा को सीएम कांग्रेस को दिग्गी ने साधा

चुनाव में दोनों ही दलों से अपने टिकट की चाह में दिल्ली तक लॉबिंग करने वाले नाराज नेताओं से जीत-हार का समीकरण बनने की संभावनाओं के चलते दोनों प्रत्याशियों ने इन्हें काफी हद संभाल लिया है। भाजपा प्रत्याशी रामकिशन को किरार समाज के नेताओं से नुकसान होने की प्रबल आशंका थी, जिसे भांपकर उन्होंने सीएम और किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएम की पत्नी साधना सिंह से आग्रह कर बढ़ते नुकसान को न केवल थाम दिया बल्कि सभी नेता जोर-शोर से काम में भी लग गए। इसी तरह कांग्रेस में नाराज नेताओं को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने समझाइश देकर पार्टी हित में काम करने की नसीहत दी है। कमलनाथ की सभा के बाद कांग्रेसी काफी हद तक एकजुट नजर आ रहे हैं।

पूरी ताकत से लगे पूर्व मंत्री जसवंत सिंह

बरेली विधानसभा सीट से लंबे समय तक चुनाव लड़े और दिग्गी सरकार में मंत्री रहे जसवंतसिंह रघुवंशी 'बड़े भैया' और उनके समर्थक इस चुनाव में पूरी ताकत से पार्टी का काम कर रहे हैं। पिछले चुनाव में रघुवंशी बाहुल्य कई पोलिंग पर कांग्रेस की करारी हार हुई थी। इस बार रघुवंशी समाज के कांग्रेस नेताओं ने पुरबिया ठाकुर देवेंद्र सिंह को चुनाव जिताने का संकल्प लिया है।

बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं और बेरोजगारी बड़ा मुद्दा

देश और प्रदेश के बड़े मुद्दों से इतर यहां स्थानीय मुद्दों पर चुनाव होता दिख रहा है। क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली, बढ़ती बेरोजगारी और कृषि प्रधान क्षेत्र होने के बावजूद पिछड़े इलाके में गिनती होने से लोगों में नाराजगी भी है। जनमानस का साफ कहना है विधायक चाहे भाजपा का बन जाए या कांग्रेस का कोई भी क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान नहीं देता है।