MP Elections 2023: एमपी में काउंटिंग से पहले कांग्रेस की सियासी रणनीति, BJP बोली- अभी से ही दिख रही हार की बौखलाहट
MP Elections 2023 मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान हो गया है लेकिन प्रदेश की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच कांग्रेस ने एमपी चुनाव में तैनात कई अधिकारियों के संबंध में अपने उम्मीदवारों से जानकारी मांगी है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने नियमों की अनदेखी की।
By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Mon, 20 Nov 2023 12:44 PM (IST)
पीटीआई, भोपाल (एमपी)। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान हो गया है, लेकिन प्रदेश की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस बीच कांग्रेस ने एमपी चुनाव में तैनात कई अधिकारियों के संबंध में अपने उम्मीदवारों से जानकारी मांगी है।
कांग्रेस ने 230 उम्मीदवारों को पत्र लिखा
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ने वाले अपने सभी 230 उम्मीदवारों को पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने उन अधिकारियों के संबंध में जानकारी मांगी है, जिन्होंने एमपी चुनाव के दौरान कथित तौर पर सत्तारूढ़ BJP को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों के खिलाफ काम किया।
कांग्रेस ने अधिकारियों और कर्मचारियों पर उठाए सवाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने पत्र में दावा किया है कि मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर तैनात कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के संबंध में शिकायतें मिली हैं। उन पर आरोप लगाया गया है कि भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए उन्होंने नियमों की अनदेखी की।प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उम्मीदवारों को लिखा पत्र
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजीव सिंह ने पत्र में पार्टी उम्मीदवारों को ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों की नवंबर तक जानकारी देने को कहा है। हालांकि, बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि एमपी चुनाव में कांग्रेस हारने जा रही है। इसलिए वह ऐसे कदम उठाकर अपनी हार के लिए एक नया बहाना खोजने की कोशिश कर रही है।यह भी पढ़ें- Rajasthan Poll 2023: पीएम मोदी, शाह और योगी राजस्थान के रण में दिखाएंगे अपनी ताकत, वोटर्स को साधने के लिए बनी यह रणनीति
'अपनी हार को छुपाने के लिए नया बहाना ढूंढ रही है कांग्रेस'
मध्य प्रदेश के भाजपा सचिव राहुल कोठारी ने कहा कि एमपी चुनाव में कांग्रेस हारने जा रही है। इसलिए वह अपनी हार को छुपाने के लिए एक नया बहाना ढूंढने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारी लोकतंत्र के संरक्षक हैं और कांग्रेस अपनी अखंडता के बारे में सवाल उठाकर पहले ही अपना वोट खो चुकी है। जिन लोगों के पास मतदान केंद्रों पर बैठने के लिए कार्यकर्ता नहीं है, वे इस तरह के मनगढंत आरोप लगाते हैं।