MP Election 2018: भाजपा को दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर भितरघात का भय
MP Election 2018 : इस बार विधानसभा चुनाव में राजधानी भोपाल सहित कई सीटों पर पार्टी की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं भितरघाती।
By Hemant UpadhyayEdited By: Updated: Wed, 21 Nov 2018 07:46 AM (IST)
भोपाल। मप्र में चुनाव अभियान का आखिरी सप्ताह बचा है। भाजपा के उम्मीदवारों ने भी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक दी है, लेकिन इस प्रचार के साथ-साथ इस बार भी भितरघात का खतरा पार्टी के करीब दो दर्जन उम्मीदवारों पर मंडरा रहा है। कुछ जगह कार्यकर्ताओं की नाराजगी भारी पड़ रही है तो कहीं पार्टी में ही प्रत्याशियों के प्रतिद्वंदी नेता अंदर ही अंदर डैमेज कर रहे हैं।
भाजपा संगठन भी इसे लेकर लगातार रिपोर्ट ले रहा है। भाजपा ने दूसरे राज्यों से आए विस्तारकों और प्रवासियों को भी यह रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं कि कौन कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम नहीं कर रहा है या नुकसान पहुंचा रहा है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी इस काम में भाजपा की मदद कर रहा है।इन सीटों पर भितरघात की आशंका से चिंता में भाजपा
भोपाल: भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट पर प्रत्याशी रामेश्वर शर्मा के खिलाफ कई पार्टी नेताओं ने मोर्चा खोला है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम में पार्टी कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की है। भोपाल मध्य में भी टिकट के दावेदार रहे कुछ नेता सक्रिय नहीं हैं। बातों-बातों में कुछ नेता सार्वजनिक रूप से पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने की घोषणा कर चुके हैं।
ग्वालियर: ग्वालियर की ज्यादातर सीटों पर इस बार पार्टी की अंदरूनी राजनीति हावी है। इस वजह से एक या दो सीट को छोड़कर सभी जगह भितरघात का खतरा बना हुआ है। ग्वालियर पूर्व से भाजपा ने माया सिंह का टिकट काटकर सतीश सिकरवार को दिया है। ग्वालियर में जयभान सिंह पवैया और ग्वालियर दक्षिण में नारायण सिंह कुशवाह भी इससे परेशान हैं।
जबलपुर: जबलपुर पश्चिम से चुनाव लड़ रहे हरेंद्रजीत सिंह बब्बू को पार्टी कार्यकर्ताओं को मनाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां आखिरी वक्त पर पार्टी ने विधानसभा प्रभारी बदला था। ऐसे ही जबलपुर उत्तर से चुनाव लड़ रहे शरद जैन भी कुछ पार्षदों का विरोध झेल रहे हैं।
अन्य: इसके अलावा सागर, पन्ना, होशंगाबाद, सुसनेर, बुरहानपुर, रीवा, टीकमगढ़, हरदा, मुलताई सहित अन्य सीटों पर भी भितरघात की आशंका को लेकर पार्टी चिंतित है।