MP Election 2023: चुनाव से पहले BJP को बड़ा झटका, सुसनेर विधायक के भाई समेत इन नेताओं ने थामा कांग्रेस का हाथ
भारतीय जनता पार्टी के सुसनेर विधायक राणा विक्रम सिंह के भाई राणा चितरंजन सिंह ने शनिवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समक्ष भोपाल में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। चितरंजन सिंह भाजपा से दो बार पार्षद रहे हैं और सुसनेर के पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष है। दिग्विजय सिंह ने सभी का कांग्रेस पार्टी में स्वागत किया।
By Edited By: Shubham SharmaUpdated: Sun, 15 Oct 2023 05:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, भोपाल। सुसनेर विधायक राणा विक्रम सिंह के भाई राणा चितरंजन सिंह ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समक्ष भोपाल में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। चितरंजन सिंह भाजपा से दो बार पार्षद रहे हैं और सुसनेर के पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष है।
दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस में किया स्वागत
सुसनेर विधायक से जुड़े भाजपा के पूर्व पार्षद दीपक भावसार, पूर्व पार्षद मोहित बोरा, पूर्व पार्षद रोडू प्रजापत, सुसनेर भाजपा के मीडिया प्रभारी कादिर लाला, बजरंग दल नेता राजा बैरागी, भाजपा नेता नरेश सिसोदिया, राणा करम वीर सिंह, राहुल सोलंकी, भगवान सिंह डाबला, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के सचिव साजिद खान सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की रीति नीति से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। दिग्विजय सिंह ने सभी का कांग्रेस पार्टी में स्वागत किया।
26 जिलों में बढ़े बच्चियों से दुष्कर्म के प्रकरण
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता कर कहा कि एक सर्वेक्षण से पता चला है कि पिछले एक साल में मध्य प्रदेश के 26 जिलों में बच्चियों के साथ दुष्कर्म के प्रकरण बढ़े हैं। न्याय के मामले को अगर देखा जाए तो सिर्फ 35 से 40 प्रतिशत मामलों में न्याय मिल पाया है। पिछले आठ महीनों में न्यायालय में दुष्कर्म और पाक्सो के मामलों में 66 अपराधियों को सजा सुनाई गई है और 92 आरोपियों को अलग कारणों से बरी कर दिया गया है।सिर्फ पाक्सो के मामले देखे तो मात्र 40 से 42 प्रतिशत प्रकरण चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान अपने आप को मामा कहते हैं लेकिन यह मामा सिर्फ नाम के हैं काम के नहीं। मामा ने अपनी बहनों को रक्षा बंधन पर केवल 250 रुपये देकर बहनों के साथ छल किया है। मामा बताएं कि 250 रुपयें में कौन सा रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा सकता है?यह भी पढ़ेंः MP Election 2023: अगली लिस्ट में BJP का फोकस युवाओं पर, कई मंत्रियों और विधायकों का कट सकता है टिकट