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MP Election Result 2023: चंबल में नहीं गली बसपा की दाल, पर बिगाड़ा कांग्रेस-भाजपा का हाल

बसपा ने चंबल एक दर्जन सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के बागियों पर दांव लगाकर जीत हासिल करने का दांव चला था परंतु वह चल नहीं सका। मुरैना-भिंड और शिवपुरी-श्योपुर में उसके प्रत्याशियों ने संतोषजनक प्रदर्शन कर जीत-हार के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। दंडोतिया कई राउंड में बसपा प्रत्याशी ने नरेंद्र सिंह से बढ़त भी बनाई लेकिन अंत में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।

By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 03 Dec 2023 05:45 PM (IST)
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चंबल में बसपा के हाथ लगी निराशा (फाइल फोटो)
जागरण डेस्क, ग्वालियर। मध्य प्रदेश में पिछले तीन दशक से ग्वालियर-चंबल अंचल से ही विधायक बनाकर भोपाल भेजती रही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को इस बार यहां एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई है। बसपा ने यहां एक दर्जन सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के बागियों पर दांव लगाकर जीत हासिल करने का दांव चला था, परंतु वह चल नहीं सका।

नरेंद्र सिंह तोमर से मिली हार

हालांकि, मुरैना-भिंड और शिवपुरी-श्योपुर में उसके प्रत्याशियों ने संतोषजनक प्रदर्शन कर जीत-हार के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। मुख्य तौर पर शिवपुरी के पोहरी, मुरैना की मुरैना, सुमावली व दिमनी, भिंड की लहार सीट पर बसपा ने प्रतिद्वंद्वियों के माथे पर चिंता की लकीरें खड़ी कर दीं।

बसपा का सबसे अच्छा प्रदर्शन मुरैना की दिमनी सीट पर रहा है, जहां भाजपा के प्रत्याशी के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मैदान में थे। यहां भाजपा के सामने सीधी टक्कर कांग्रेस के रविंद्र सिंह तोमर भिड़ोसा से न होकर बसपा के बलबीर सिंह दंडोतिया से ही हुई। दंडोतिया कई राउंड में नरेंद्र सिंह से बढ़त भी बनाए रहे, अंत में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।

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मुरैना सीट पर भाजपा प्रत्याशी को मिली शिकस्त

मुरैना जिले के मुरैना विधानसभा सीट पर भाजपा के बागी पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे राकेश सिंह बसपा से मैदान में उतरे। इसका परिणाम यह हुआ कि यहां भाजपा प्रत्याशी को हार झेलनी पड़ी। जिले की सुमावली सीट पर कांग्रेस ने कुलदीप सिंह सिकरवार को टिकट देने के बाद चुनाव से ठीक पहले अजब सिंह कुशवाह को टिकट थमा दिया, इससे नाराज होकर कुलदीप बसपा से मैदान में उतरे। यहां भाजपा के ऐंदल सिंह कुशवाह जीते।

त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा ने मारी बाजी

सबलगढ़ सीट पर बसपा के सोनी धाकड़ तीसरे स्थान पर रहे। भिंड से 2018 में बसपा से संजीव सिंह कुशवाह ने जीत हासिल की थी। संजीव सिंह चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हो गए थे, पर टिकट नहीं मिलने के कारण एक बार फिर बसपा से मैदान में आए। यहां त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा ने बाजी मार ली और बसपा के हाथ से यह सीट चली गई।

पोहरी सीट पर बसपा को मिली सफलता

जिले की लहार विधानसभा सीट पर भाजपा से बगावत कर रसाल सिंह बसपा से मैदान में उतरे। हालांकि, इसका खामियाजा यहां कांग्रेस उम्मीदवार गोविंद सिंह को उठाना पड़ा। सजातीय उम्मीदवार होने से भाजपा के अंबरीष शर्मा गोविंद सिंह से शुरुआत से ही बढ़त बनाए रहे।

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शिवपुरी की पोहरी विधानसभा सीट पर बसपा के प्रधुम्न वर्मा ने कड़ी टक्कर दी, जिससे बड़ा नुकसान भाजपा प्रत्याशी व पीडब्लूडी मंत्री सुरेश राठखेड़ा को हुआ। यह सीट हमेशा कांग्रेस या भाजपा का धाकड़ समाज का उम्मीदवार ही जीतता रहा है, परंतु इस बार वोट बंटने से यहां से कांग्रेस के कैलाश कुशवाह ने बाजी मार ली। कमोवेश यही हाल अन्य सीटों का भी रहा।