हरदा विधानसभा सीट कांग्रेस ने 870 वोट से जीती जबकि टिमरनी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को कांग्रेस 950 वोट कम मिले। पूरे प्रदेश में भाजपा की लहर रही। साथ ही लाड़ली बहनों ने भी प्रदेश सरकार की योजनाओं का समर्थन कर जन आशीर्वाद दिया। इसके उलट हरदा में भी जनता ने जनादेश दिया। दोनों सीट पर मतगणना के प्रारंभ भाजपा के लिए अच्छा रहा।
By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Mon, 04 Dec 2023 07:03 AM (IST)
जेएनएन,
हरदा। जिले की दोनों विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों में कांटे का मुकाबला रहा। लेकिन मतगणना के अंतिम चरण में ही हार-जीत का फैसला हो सका। बहुत कम अंतर से भाजपा को दोनों विधानसभा सीट हाथ से गंवाना पड़ी।
कांग्रेस 870 वोटों से जीतीं
हरदा विधानसभा सीट कांग्रेस ने 870 वोट से जीती, जबकि टिमरनी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को कांग्रेस 950 वोट कम मिले। पूरे प्रदेश में भाजपा की लहर रही। साथ ही लाड़ली बहनों ने भी प्रदेश सरकार की योजनाओं का समर्थन कर जन आशीर्वाद दिया। इसके उलट हरदा में भी जनता ने जनादेश दिया। लेकिन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ बनी एंटी इनकंबैनसी को भुनाने में सफल रहे। जिले की दोनों सीट पर मतगणना के प्रारंभ भाजपा के लिए अच्छा रहा। लेकिन अंतिम समय में कांग्रेस ने बाजी मार ली।
25 वर्ष बाद मिली जीत
जिले की दोनों विधानसभा सीट पर भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य दल और निर्दलीय प्रत्याशियों की जमानत तक नहीं बच सकी है। हरदा विधानसभा सीट पर दूसरी बार कांग्रेस के प्रत्याशी आरके दोगने ने प्रदेश के कद्दावर नेता कमल पटेल को हराया है। इससे पहले वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में पटेल को हराया था। इसके बाद वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में डा. दोगने को हार का सामना करना पड़ा। अब 2023 में फिर डा. दोगने और पटेल आमने-सामने रहे। इसमें डा. दोगने जीतने में कामयाब रहे। वहीं टिमरनी विधानसभा सीट पर कांग्रेस को 25 वर्ष बाद जीत हासिल हुई है।
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