जेएनएन, विदिशा। जिले में पिछले माह विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने वाले 400 कर्मचारियों का मानदेय अटक गया है। जिसकी शिकायत गुरुवार को राज्य कर्मचारी संघ ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से की है।
मालूम हो, जिले में 17 अक्तूबर को हुए मतदान के लिए छह हजार से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चुनाव आयोग के निर्देशानुसार इन कर्मचारियों को निर्धारित मानदेय का भुगतान किया जाना था, लेकिन 19 दिनों बाद भी लगभग 400 कर्मचारियों के बैंक खातों में मानदेय की राशि नहीं पहुंची है। गुरुवार को राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष परसराम दुबे ने इसकी लिखित शिकायत कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से की है। उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में बताया कि सरकारी अमले ने आपके कुशल नेतृत्व में निर्विघ्न रूप से विधान सभा चुनाव संपन्न कराए हैं लेकिन मतदान दल के अनेक कर्मचारियों को अभी मानदेय नहीं मिला है। अनेक कर्मचारियों के बैक खाता क्रमांक एवम मोबाईल गलत दर्ज हैं।
निर्वानच मानदेय से भुगतान कराने की मांग की
इस कारण भी मानदेय खाते में जमा नहीं हो पाया है। उन्होंने ऐसे विभाग प्रमुखों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है जिन्होंने कर्मचारियों के गलत खाता क्रमांक एवम गलत मोबाइल नंबर निर्वाचन आयोग को भेजे हैं । उनके मुताबिक कुछ सेक्टर अधिकारियो ने भी मतदान दल के कर्मचारियों के सही खाता क्रमांक लेने के प्रयास नहीं किए । दुबे ने कलेक्टर भार्गव से शेष रहे कर्मचारियों का निर्वाचन मानदेय भुगतान कराने की मांग की है।
400 बैंक राशि खातों तक नहीं पहुंची
इधर, जिला कोषालय अधिकारी उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होंने मतदान ने लगे सभी कर्मचारियों के मानदेय का भुगतान कर दिया है लेकिन एकाउंट नंबरों में गड़बड़ी के कारण करीब 400 बैंक खातों में राशि नहीं पहुंच पाई है। उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों के बैंक खातों में मानदेय की राशि नहीं पहुंची है वे निर्वाचन कार्यालय में पहुंचकर अपने सही बैंक खाते की जानकारी उपलब्ध करा दे, वे तुरंत मानदेय की राशि नए बैंक खाते में जमा करा देंगे।