Move to Jagran APP

MP Elections: कांग्रेस छोड़ सविता दीवान ने थामा भाजपा का हाथ, नरेंद्र तोमर ने दिलाई सदस्यता

विधानसभा चुनाव से ठीक 25 दिन पहले दीवान के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है कांग्रेस छोड़ सविता दीवान ने भाजपा का हाथ थामा है। साथ ही उन्होंने सोहागपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराज पटेल पर उनके पिता के सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।

By Arvind SharmaEdited By: Jeet KumarUpdated: Fri, 27 Oct 2023 05:30 AM (IST)
Hero Image
पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया
जेएनएन, इटारसी। सोहागपुर विस से कांग्रेस की प्रमुख दावेदार पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा ने गुरूवार शाम कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं अन्य नेताओं ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।

विधानसभा चुनाव से ठीक 25 दिन पहले दीवान के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है, साथ ही उन्होंने सोहागपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराज पटेल पर उनके पिता के सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।

गुरुवार शाम छह बजे केंद्रीय मंत्री एवं चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा जिला अध्यक्ष माधवदास अग्रवाल की उपस्थिति में दीवान ने भाजपा का दामन थाम लिया।

भाजपा में एक नया आयाम जुड़ गया है

भाजपा में आने के बाद दीवान ने कहा कि नए परिवार में आने के बाद वे बेहद खुश हैं, उन्होंने जिस पार्टी संगठन में 30 साल तक काम किया, वहां अब पहले जैसा नहीं रहा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेताओं का मान-सम्मान नहीं है, यह पार्टी अब जनता की हितैषी नहीं बची, अब मैं बीजेपी के साथ विकास के लिए काम करूंगी। चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भाजपा में एक नया आयाम जुड़ गया है।

चुनाव से पहले उनके नेता भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं। तोमर ने दीवान की तारीफ करते हुए कहा कि सविता वरिष्ठ नेता हैं। विधानसभा में सरकार और जनता की बात कैसे रखना चाहिए, यह उनसे सीखना चाहिए।

यह भी पढ़ें- AAP ने जारी की 23 उम्मीदवारों की पहली सूची, नवलगढ़ से विजेंद्र डोटासरा लड़ेंगे चुनाव

आखिरी महिला विधायक

दीवान जिले से आखिरी महिला विधायक रही हैं, इसके बाद से कांग्रेस में सूखा पड़ा रहा, एक भी विस में पार्टी खाता नहीं खोल सकी। सोहागपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस द्वारा पुष्पराज पटेल को टिकट देने से वे नाराज थीं, एक दिन पहले इंटरनेट मीडिया पर अपना इस्तीफा देकर गुरूवार को उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली।

दीवान के पिता इंदिरा गांधी के दौर के कांग्रेसी एवं पूर्व विधायक रहे। दीवान ने भाजपा नेता स्वर्गीय मधुकर राव हर्णे को हराया था। उनके पिता स्वर्गीय विनय कुमार दीवान तीन बार देनवा विस से विधायक चुने गए। दीवान ने इस्तीफे में कहा था कि कांग्रेस ने उस व्यक्ति पुष्पराज पटेल को सोहागपुर से टिकट दिया, जिसने मेरे स्वर्गीय पिता पर अनर्गल झूठे आरोप लगाए। मेरे पिता विनय कुमार दीवान ने अपना पूरा जीवन जनता और कांग्रेस की सेवा में बिता दिया।