MP Polls 2023: आकाश विजयवर्गीय का दावा, पिता एक लाख वोटों से जीतेंगे; पार्टी के आदेशों के पालन की भी कही बात
आकाश विजयवर्गीय के पिता को साल के अंत में होने वाले संभावित चुनाव के लिए इंदौर-1 विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। 2018 के चुनाव में इंदौर-3 सीट से आकाश विजयवर्गीय ने जीत हासिल की थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि हम भाजपा के सिपाही हैं। पार्टी जो भी आदेश देगी हम उसका पालन करेंगे।
By Shalini KumariEdited By: Shalini KumariUpdated: Mon, 02 Oct 2023 04:49 PM (IST)
पीटीआई, इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय ने सोमवार को कहा कि वह मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी पर पार्टी के निर्देश का पालन करेंगे। दरअसल, अटकलें उठ रही हैं कि इस बार उन्हें चुनाव के लिए मैदान में नहीं उतारा जाएगा।
पार्टी के आदेशों का पालन करेंगे
आकाश विजयवर्गीय के पिता को साल के अंत में होने वाले संभावित चुनाव के लिए इंदौर-1 विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। 2018 के चुनाव में इंदौर-3 सीट से आकाश विजयवर्गीय ने जीत हासिल की थी। उन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने टिकट के लिए अपना दावा वापस लेने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा था, आकाश विजयवर्गीय ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "हम भाजपा के सिपाही हैं। पार्टी जो भी आदेश देगी, हम उसका पालन करेंगे। हम विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताने के लिए काम करेंगे।"
एक लाख से अधिक वोटों से जीतेंगे
आकाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि पार्टी कार्यकर्ता इस बात से बहुत खुश हैं कि उनके पिता को टिकट मिला है, क्योंकि वह एक सही उम्मीदवार हैं और जनता से उनका गहरा जुड़ाव था। उन्होंने कहा, "मेरे पिता इंदौर-1 सीट से लगभग एक लाख वोटों से जीतेंगे। भाजपा आगामी चुनाव में 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में 150 से अधिक सीटें जीतेगी।"यह भी पढ़ें: MP Election 2023: CM शिवराज सिंह चौहान का बेगमगंज दौरा आज, जनता को विकास कार्यों की देंगे सौगात
कांग्रेस ने कैलाश विजयवर्गीय को भी घेरा
इस बीच, इंदौर-1 के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने चुनावी राजनीति में वापसी के लिए कैलाश विजयवर्गीय की आलोचना की और दावा किया कि विजयवर्गीय ने अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए अपने बेटे के करियर का बलिदान दिया है। आकाश विजयवर्गीय की भविष्यवाणी पर कि भाजपा कम से कम एक लाख वोटों के अंतर से सीट जीतेगी, शुक्ला ने कहा कि अहंकारी पिता और पुत्र लंबे समय से ऐसे बड़े दावे कर रहे हैं, लेकिन रावण का अहंकार भी टिक नहीं सका था।कई बार जीते हैं कैलाश विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय ने 1990 से 2013 के बीच इंदौर जिले की विभिन्न सीटों से लगातार छह विधानसभा चुनाव जीते। 2013 के चुनाव में उन्होंने महू सीट से कांग्रेस के अंतर सिंह दरबार को 12,216 वोटों के अंतर से हराया था।यह भी पढ़ें: MP Election 2023: नवरात्र में VIP सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा करेगी सपा, अखिलेश ने तैयार किया PDA फॉर्मूला