MP Polls: 'छोटी पार्टियों की नहीं बनने वाली सरकार', दिग्विजय की मतदाताओं से अपील; बोले- मध्य प्रदेश में सिर्फ दो पार्टियां
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में सिर्फ दो पार्टियां हैं और मतदाताओं को छोटी पार्टियों के जाल में नहीं फंसना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरी सभी मतदाता भाइयों एवं बहनों से प्रार्थना है कि वे कांग्रेस नेताओं में फूट के भाजपा के भ्रामक प्रचार के झांसे में न आएं। कांग्रेस एक जुट है। हम लोग सब मिलकर काम करेंगे और भाजपा को हराएंगे।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 29 Oct 2023 03:57 PM (IST)
पीटीआई, भोपाल। मध्य प्रदेश में सिर्फ दो पार्टियां हैं और मतदाताओं को छोटी पार्टियों के जाल में नहीं फंसना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को यह टिप्पणी की। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि तीन दिसंबर को मतगणना होगी।
'भ्रामक प्रचार के झांसे में न आएं'
दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि मेरी सभी मतदाता भाइयों एवं बहनों से प्रार्थना है कि वे कांग्रेस नेताओं में फूट के भाजपा के भ्रामक प्रचार के झांसे में न आएं। कांग्रेस एक जुट है। हम लोग सब मिलकर काम करेंगे और भाजपा को हराएंगे, 'जन बल' जीतेगा, 'धन बल' हारेगा। कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में महज दो ही पार्टियां हैं। या तो सरकार कांग्रेस की या भाजपा की बनेगी। छोटी पार्टियों की कोई सरकार नहीं बनने वाली है। इसलिए मेरा सभी मतदाताओं से आग्रह है कि वे इनके झांसे में न आएं।
यह भी पढ़ें: कमलनाथ और दिग्विजय के बीच सब ठीक नहीं? BJP के आरोपों पर दिग्गी राजा ने दिया जवाबमेरी सभी मतदाता भाइयों एवं बहनों से प्रार्थना है कि वे कांग्रेस नेताओं में फूट के भाजपा के भ्रामक प्रचार के झांसे में न आएं। कांग्रेस एक जुट है। हम लोग सब मिलकर काम करेंगे और भाजपा को हराएंगे "जन बल" जीतेगा, "धन बल" हारेगा। कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी। pic.twitter.com/J5mtH7Wwxt
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 29, 2023
बता दें कि भाजपा और कांग्रेस के अलावा प्रदेश में आम आदमी पार्टी (AAP), समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP) और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) विधानसभा चुनाव लड़ रही है। हालांकि, पिछले चुनाव में सपा, बसपा और जीजीपी ने सीटें जीती थीं।