MP Election: वोटों के बंटवारे से तय होंगे त्रिकोणीय मुकाबले वाली सीटों के परिणाम, मतगणना में इन 22 सीटों पर रहेगी विशेष नजर
MP Election प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ। इसमें 77.15 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया। 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना में इन 22 सीटों पर विशेष नजर रहेगीक्योंकि इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बागी नेताओं के कारण त्रिकोणीय मुकाबला है।भाजपा-कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मानते हैं कि वोटों के बंटवारे से इन सभी 22 सीटों के परिणाम प्रभावित होंगे।
राज्य ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के कारण 22 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस से नाराज होकर नेता चुनाव मैदान में उतर गए थे। इन्हें समझाने-मनाने के बहुत प्रयास भी किए गए, पर बात नहीं बनी। इनमें से तीन वर्तमान और आठ पूर्व विधायक हैं। इनके चुनाव लड़ने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था।
सबने अपने-अपने स्तर पर प्रयास किया तो इनमें से अधिकांश सीटों पर मतदान का प्रतिशत बढ़ा, लेकिन कुछ सीटों पर यह कम भी हुआ। इन सीटों के परिणाम बागियों को मिले वोटों पर बहुत हद तक निर्भर करेंगे। इसको लेकर राजनीतिक दल अपना-अपना आकलन कर रहे हैं।
तीन दिसंबर को होगी मतगणना
प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ। इसमें 77.15 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया। तीन दिसंबर को होने वाली मतगणना में इन 22 सीटों पर विशेष नजर रहेगी, क्योंकि इन सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बागी नेताओं के कारण त्रिकोणीय मुकाबला है।
मुरैना जिले की सुमावली सीट पर कांग्रेस के बागी कुलदीप सिंह सिकरवार ने बसपा से चुनाव लड़ा। यहां मतदान पिछले चुनाव के 71.83 प्रतिशत से बढ़कर 72.22 हो गया। दिमनी में बसपा के बलवीर दंडोतिया मैदान में हैं। यहां मतदान 70.34 से घटकर 69.79 प्रतिशत रहा। मुरैना सीट पर भाजपा के बागी राकेश सिंह ने भी बसपा से चुनाव लड़ा। यहां मतदान 63.92 से बढ़कर 64.35 हुआ।
भिंड में 5.29 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ
भिंड जिले की लहार सीट से भाजपा नेता रसाल सिंह बसपा से चुनाव लड़े। यहां 5.29 प्रतिशत अधिक मतदान हुआ। भाजपा से बागी होकर भिंड से संजीव सिंह कुशवाह, टीकमगढ़ से केके श्रीवास्तव, बंडा से सुधीर यादव, चाचौड़ा से ममता मीणा, अटेर से मुन्नालाल भदौरिया, सीधी से केदारनाथ शुक्ल, बुरहानपुर से हर्षवर्धन सिंह, मैहर से नारायण त्रिपाठी, चुरहट से अनेन्द्र मिश्रा और होशंगाबाद से भगवती चौरे चुनाव मैदान में हैं।
वोटों के बंटवारे से इन सभी 22 सीटों के परिणाम होंगे प्रभावित
वहीं, कांग्रेस से नाराज होकर डा. आंबेडकर नगर महू से अंतर सिंह दरबार, बड़नगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी, आलोट से प्रेमचंद गुड्डू, सिवनी मालवा से ओम रघुवंशी, नागौद से यादवेंद्र सिंह, गोटेगांव से शेखर चौधरी और डिंडौरी से रूद्रेश परस्ते ने चुनाव लड़ा। बालाघाट जिले की परसवाड़ा सीट से पूर्व विधायक कंकर मुंजारे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से उम्मीदवार हैं। भाजपा-कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मानते हैं कि वोटों के बंटवारे से इन सभी 22 सीटों के परिणाम प्रभावित होंगे, क्योंकि इन सभी नेताओं का अपना जनाधार है।