MP Election 2023: उज्जैन में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन, महिलाओं को बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए किया गया प्रेरित
मध्य प्रदेश विधानसभा में महिलाओं का वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए आंगनवाड़ियों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस सम्मेलन के जरिए महिलाओं को वोट की ताकत से रूबरू कराया जा रहा है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने सास-बहुओं से निर्भीक होकर धर्म जाति वर्ग समुदाय भाषा एवं किसी और प्रकार के प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए कहा।
By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Wed, 18 Oct 2023 05:59 PM (IST)
ऑनलाइन डेस्क, उज्जैन। मध्य प्रदेश विधानसभा में महिलाओं का वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए आंगनवाड़ियों में सास-बहू सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। इस सम्मेलन के जरिए महिलाओं को वोट की ताकत से रूबरू कराया जा रहा है। सासें अपना अनुभव साझा कर रही हैं कि पहली बार उन्होंने जब अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था तो उन्हें कैसा महसूस हुआ था।
चुनावों में महिलाओं की अहम भूमिका
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने सास-बहुओं से निर्भीक होकर धर्म, जाति, वर्ग, समुदाय, भाषा एवं किसी और प्रकार के प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए कहा। उन्होंने समझाया कि देश, समाज और राजनीति की दशा और दिशा बदलने में महिलाओं की अहम भमिका रही है। मौजूदा चुनाव में महिलाओं के पास 49.46 फीसद वोट की ताकत है।
जिला निर्वाचन कार्यालय ने 80 फीसद वोट का लक्ष्य निर्धारित किया है। हालांकि, बीते दो दशकों में महिलाओं ने अपनी वोट की ताकत का बखूबी इस्तेमाल किया है और उज्जैन में लगातार वोट फीसद भी बढ़ा है। पिछले साल 76 फीसद मतदान हुआ था।यह भी पढ़ें: चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए सैकड़ों शिक्षकों ने दिया आवेदन, तरह-तरह की बात कहकर मांग रहे छुट्टी
साल 2018 में महिलाओं की मतदान में 74 फीसद से ज्यादा भागीदारी रही। इस सम्मेलन के अंत में सास-बहुओं ने मतदान का संकल्प लिया। दरअसल, सम्मेलन का उद्देश्य साफ है कि मतदाताओं को वोट की ताकत समझ में आए और वह ज्यादा से ज्यादा मतदान करें।
साल | महिलाओं की मतदान में भागीदारी |
2018 | 74.35 |
2013 | 70.49 |
2008 | 66.04 |
2003 | 63.65 |