Move to Jagran APP

Maharashtra: चुनाव में भाजपा ने MVA पर लगाया क्रिप्टोकरेंसी घोटाले का आरोप, सुप्रिया सुले ने किया खंडन

महाराष्ट्र कांग्रेस और राकांपा (शरदचंद्र पवार) पर महाराष्ट्र चुनाव की पूर्व संध्या पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। भाजपा की ओर से महाविकास आघाड़ी के नेताओं पर क्रिप्टोकरेंसी घोटाले का आरोप लगाए गए हैं। भाजपा के आरोपों पर राकांपा (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने प्रतिक्रिया दी और अपने एक्स हैंडल पर इन आरोपों को गलत बताया है।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 20 Nov 2024 12:29 AM (IST)
Hero Image
चुनाव में भाजपा ने MVA पर लगाए क्रिप्टोकरेंसी घोटाले के आरोप (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र में चुनाव के एक दिन पहले काफी खींचतान रही, एक तरफ जहां भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर नोट बांटने का आरोप लगा, वहीं मंगलवार देर रात भाजपा की ओर से महाविकास आघाड़ी के नेताओं पर क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विदेशी धन के उपयोगी की आशंका जताई है।

सुप्रिया सुले ने कही ये बात

भाजपा के आरोपों पर राकांपा (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने प्रतिक्रिया दी और अपने एक्स हैंडल पर इन आरोपों को गलत बताया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने रात 10.45 बजे एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र चुनाव में महाविकास आघाड़ी के नेता विदेशी पैसे का उपयोग कर रहे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे एक बातचीत के रिकॉर्ड से यह बात सामने आ रही है कि चुनाव में विदेशों से बिटक्वाइन के पैसे कैश में पहुंचाने की बात की जा रही है। साथ ही, यह आश्वासन भी दिया जा रहा है कि यदि कोई जांच होती है, तो सत्ता में आने के बाद हम उसे भी देख लेंगे।

सुधांशु त्रिवेदी ने मविआ नेताओं से इस मामले में स्पष्टीकरण की मांग

सुधांशु त्रिवेदी के अनुसार एक समाचार एजेंसी में आई खबर में दावा किया गया है कि राकांपा (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले की आवाज में बिटक्वाइन का पैसा नकद में चुनाव में उपयोग के लिए तुरंत भेजने का आग्रह किया जा रहा है। सुधांशु त्रिवेदी ने उक्त आरोप लगाते हुए मविआ नेताओं से इस मामले में स्पष्टीकरण की मांग की है।

बता दें कि सुधांशु त्रिवेदी ने उक्त आरोप पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल के एक बयान के आधार पर लगाया है, जिसमें कहा गया है कि सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए फंडिंग करने के लिए 2018 के क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले से बिटकॉइन का दुरुपयोग किया।

पाटिल कहते हैं कि मेरी कंपनी ने मुझे 2018 में एक मामले की जांच करने के लिए एक क्रिप्टोकरेंसी विशेषज्ञ के रूप में काम पर रखा था। मुझे 2022 में धोखाधड़ी के आरोपों के तहत उस मामले में गिरफ्तार किया गया और मुकदमे के बाद 14 महीने जेल में बिताने पड़े। हमारे खिलाफ एक गवाह रहे गौरव मेहता ने, जो सारथी एसोसिएट्स नामक एक ऑडिट फर्म का कर्मचारी है, मुझे दो दिन पहले फोन किया करके बताया कि इस विधानसभा चुनाव में बिटक्वाइन का इस्तेमाल किया जा रहा है। उसी ने इस मामले में दो आईपीएस अधिकारियों के अलावा सुप्रिया सुले एवं नाना पटोले के भी शामिल होने की बात बताई थी।