Maharashtra Election: बारामती में शरद पवार ने उतारी अजित पवार की नकल, परिवार तोड़ने पर कसा तंज
शरद पवार ने अजीत पवार की नकल उतारकर रोने का अभिनय करते हुए कहा कि मेरे माता-पिता ने मुझे परिवार तोड़ने के संस्कार नहीं सिखाए हैं। अजित पवार ने सोमवार को पर्चा भरने से पहले पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए शरद पवार पर परिवार तोड़ने का आरोप लगाया था।उन्होंने कहा था कि परिवार जोड़ने में पीढ़ियां लग जाती हैं। लेकिन परिवार तोड़ने में एक पल भी नहीं लगता।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पवार परिवार की लड़ाई रोचक होती जा रही है। एक दिन पहले अजीत पवार ने शरद पवार पर परिवार तोड़ने का आरोप लगाया था। मंगलवार को शरद पवार ने अजीत पवार की नकल उतारकर रोने का अभिनय करते हुए कहा कि मेरे माता-पिता ने मुझे परिवार तोड़ने के संस्कार नहीं सिखाए हैं।
अजित पवार ने सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए अपना पर्चा भरने से पहले पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए शरद पवार पर परिवार तोड़ने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि परिवार जोड़ने में पीढि़यां लग जाती हैं। लेकिन, परिवार तोड़ने में एक पल भी नहीं लगता।
उन्होंने कहा था कि मैंने जो गलती लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले के विरुद्ध अपनी पत्नी को खड़ा करके की थी, अब वही गलती साहेब उन्होंने (शरद पवार) ने भी की है। अजीत पवार ये कहते हुए भावुक हो गए थे।
मंगलवार को बारामती में अपनी पार्टी के उम्मीदवार एवं अजीत पवार के सगे भतीजे युगेंद्र पवार के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए शरद पवार ने अजीत पवार के भावुक होने की नकल उतारते हुए कहा कि मैं परिवार में सबसे बड़ा हूं। मैं परिवार तोड़ने का काम नहीं करता। मुझे मेरे माता-पिता ने परिवार तोड़ने के संस्कार नहीं सिखाए हैं।
अजित पवार ने की थी बगावत
बता दें कि बारामती से अजित पवार के विरुद्ध राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने उन्हीं के सगे भतीजे युगेंद्र पवार को उम्मीदवार बनाया है। युगेंद्र ने भी आज ही पर्चा भरा। अजित पवार करीब सवा साल पहले अपने सगे चाचा शरद पवार से बगावत कर भाजपा-शिवसेना की सरकार में शामिल हो गए थे। उनके साथ शरद पवार की राकांपा के 40 विधायक भी अजित गुट में शामिल हो गए थे। बाद में राकांपा के दोनों गुटों के बीच केंद्रीय चुनाव आयोग एवं सर्वोच्च न्यायालय में चले वाद में अजित गुट को ही असली राकांपा का दर्जा और चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ भी मिल गया था। शरद पवार को अपने गुट का नया नाम राकांपा (शरदचंद्र पवार) और नया चुनाव चिह्न तुर्रही लेना पड़ा था।सुप्रिया के खिलाफ पत्नी को मैदान में उतारा था
अजित पवार ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी चचेरी बहन एवं बारामती संसदीय क्षेत्र से तीन बार की सांसद सुप्रिया सुले के विरुद्ध अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को उम्मीदवार बनाया था। सुनेत्रा को उस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था। अब शरद पवार ने बारामती विधानसभा क्षेत्र से अजित पवार के सगे भतीजे युगेंद्र पवार को उम्मीदवारी दी है।
युगेंद्र अजित के भाई श्रीनिवास के पुत्र हैं। अजित पवार सुप्रिया सुले के विरुद्ध अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाने को लेकर पहले भी खेद व्यक्त कर चुके हैं। अब उन्होंने वही गलती शरद पवार द्वारा भी दोहराए जाने को गलत बताते हुए कहा है कि बारामती के लोगों ने मेरा काम देखा है। हमें उम्मीद है कि बारामती के लोग मेरा सिर झुकने नहीं देंगे।