Maharashtra Election: सीट बंटवारे की रस्साकशी में इस बार उद्धव पर भारी पड़ रही कांग्रेस, 30-35 सीटों पर पेंच फंसा
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयार तेज हैं। लेकिन सीट बंटवारे की रस्साकशी में इस बार उद्धव पर कांग्रेस भारी पड़ रही है। राज्य की 288 सीटों में से करीब 250 सीटों पर महाविकास अघाड़ी गठबंधन में लगभग सहमति बन गई है मगर 30-35 सीटों पर काफी खींचतान है जिसकी गुत्थी सुलझाने का जिम्मा कांग्रेस हाईकमान पर आ गया है।
संजय मिश्र, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बजने के बाद कांग्रेस-एनसीपी शरद पवार और शिवसेना यूबीटी के विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे की रस्साकशी भी चरम पर पहुंच गई है। शिवसेना यूबीटी सीटों की दावेदारी को लेकर कांग्रेस पर दोहरा दबाव बनाने की कोशिश कर रही है मगर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विधानसभा चुनाव में लोकसभा की तरह बहुत गुंजाइश देने को तैयार नहीं हैं।
सीटों की गुत्थी सुलझाने का जिम्मा कांग्रेस हाईकमान पर
राज्य की 288 सीटों में से करीब 250 सीटों पर महाविकास अघाड़ी गठबंधन में लगभग सहमति बन गई है मगर 30-35 सीटों पर काफी खींचतान है जिसकी गुत्थी सुलझाने का जिम्मा कांग्रेस हाईकमान पर आ गया है। हालांकि उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने का दबाव बना रही शिवसेना यूबीटी के सीटों की संख्या बढ़ाने की दोहरी दावेदारी को पार्टी स्वीकार करेगी इसकी गुंजाइश नहीं है।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सीटों के जिस फार्मूले पर सहमति बनाए जाने के संकेत हैं उससे साफ है कि इस गठबंधन में कांग्रेस बड़े भाई की भूमिका में रहते हुए सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी। शिवसेना यूबीटी 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के मुकाबले अधिक सीटों पर लड़ी थी मगर उसकी जीत का स्ट्राइक रेट उससे कम रहा था।
राजनीतिक समीकरणों की कसौटी पर तीनों पार्टियां चुनाव लड़ेंगी
कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकारों के अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र के क्षेत्रीय राजनीतिक और सामाजिक समीकरणों की कसौटी पर गठबंधन में शामिल तीनों पार्टियां चुनाव लड़ेंगी। ऐसे में कांग्रेस या एनसीपी पवार के प्रभाव क्षेत्र और जीत की संभावनाओं वाली कुछ सीटों पर शिवसेना यूबीटी की दावेदारी स्वीकार करना मुश्किल है। उद्धव की पार्टी इसे बखूबी समझ रही है और इसलिए संजय राऊत जैसे अपने नेताओं के सार्वजनिक बयानों के जरिए दबाव बना रही है।
उद्धव की पार्टी के खाते में अधिकतम 100 सीट ही आएगी
कांग्रेस के शीर्षस्थ नेतृत्व के साथ उद्धव ठाकरे के बेहतर आपसी सदभावपूर्ण रिश्ते के मद्देनजर शिवसेना यूबीटी सीट बंटवारा समझौते में अपनी बात मनवाए जाने की उम्मीद कर रही है। हालांकि महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले यह गुंजाइश देने का संकेत नहीं दे रहे हैं।कांग्रेस की ओर से दिए जा रहे संकेतों से साफ है कि उद्धव की पार्टी के खाते में अधिकतम 100 सीट ही आएगी।
कांग्रेस 108-110 सीटों के बीच चुनाव लड़ेगी
एनसीपी पवार 70-78 तो कांग्रेस 108-110 सीटों के बीच चुनाव लड़ेगी। चुनाव की घोषणा हो जाने का हवाला देते हुए सीट बंटवारे पर शिवसेना यूबीटी के बनाए जा रहे दबाव के बावजूद कांग्रेस किसी तरह की बेचैनी नहीं दिखा रही है और अपने उम्मीदवारों के चयन की कसरत में जुटी है।
कांग्रेस जल्द महाराष्ट्र के अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करेगी
पार्टी के उच्चपदस्थ सूत्रों ने सीट बंटवारे की रस्साकशी पर कहा कि गहरे विवाद के मामले में ही हाईकमान हस्तक्षेप कर समाधान निकालेगा और अब हमारी प्राथमिकता उम्मीदवारों का चयन है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए 20 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई है और अगले हफ्ते के प्रारंभ में कांग्रेस महाराष्ट्र के अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करेगी।