महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, उर्मिला मातोंडकर व कृपाशंकर सिंह ने दिया इस्तीफा
Urmila Matondkar. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले उर्मिला मातोंडकर और कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
By Sachin MishraEdited By: Updated: Tue, 10 Sep 2019 07:20 PM (IST)
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। अभिनेत्री से नेत्री बनीं उर्मिला मातोंडकर ने मंगलवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद शाम को कांग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कृपाशंकर ने दिल्ली में कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
उर्मिला के मुताबिक, उनका इस्तेमाल हो रहा था, इस कारण उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस से अलग होते ही उर्मिला ने कांग्रेस पर आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि मुंबई कांग्रेस बड़े लक्ष्यों पर ध्यान देने की जगह उनका इस्तेमाल कर राजनीति कर रही है। उर्मिला ने नॉर्थ मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ा था। उर्मिला को भाजपा के गोपाल शेट्टी ने हराया था।
गौरतलब है कि बाल कलाकार के रूप में अपने फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाली बॉलीवुड अदाकारा उर्मिला मातोंडकर ने कांग्रेस के साथ अपना सियासी सफर शुरू किया था। साथ ही, लोकसभा चुनाव 2019 में उर्मिला ने मुंबई नॉर्थ सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने कई हिट फिल्में की हैं। फिल्मी पर्दे पर वह आखिरी बार फिल्म ब्लैकमेल में एक आइटम डांस करती नजर आईं थीं।
कांग्रेस में शामिल होने के वक्त उर्मिला ने कहा था कि सक्रिय राजनीति में यह मेरा पहला कदम है। मैं राजनीति में ग्लैमर के कारण नहीं आई हूं। मैं विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हूं। आज अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल खड़े हो गए हैं। बेरोजगारी काफी बढ़ गई है। राहुल गांधी के नेतृत्व के बारे में उन्होंने कहा कि देश को सबको साथ में ले कर चलने वाला नेता चाहिए, ऐसा नेता जो भेदभाव नहीं करता हो। राहुल देश के एकमात्र नेता है जो सबको साथ लेकर चल सकते हैं।
उर्मिला ने मुंबई नॉर्थ लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। मगर यहां से फिल्म अभिनेत्री उर्मिला का जादू नहीं चल पाया था। भाजपा के गोपाल शेट्टी ने चुनाव में उर्मिला को हराया था। हार के बाद उर्मिला ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए ईवीएम पर सवाल उठाए थे।
संजय निरुपम के पीछे हटने पर उर्मिला को मिला था मौका
उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से उर्मिला मातोड़कर को कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जाने की पीछे सबसे बड़ी वजह थी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम का चुनाव लड़ने से इनकार करना। साल 2014 को लोकसभा चुनाव में संजय, भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गए थे। ऐसे इस सीट से कोई भी चुनाव लड़ने में रुचि नहीं दिखा रहा था। कांग्रेस ने फिर इस सीट से उर्मिला को मैदान में उतारने का फैसला किया था। भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर गोविंदा ने लगाई थी सेंध
उत्तर मुंबई सीट लंबे समय तक भाजपा का गढ़ मानी जाती रही है, लेकिन इसका बॉलीवुड से भी पुराना नाता रहा है। साल 1989 में राम नाईक ने पहली बार इस सीट पर भाजपा को जीत दिलाई थी। इसके बाद नाईक ने यहां से लगातार पांच बार जीत दर्ज की। साल 2004 में भाजपा को उस वक्त झटका लगा जब नाईक को 2004 के लोकसभा चुनाव में बॉलीवुड एक्टर गोविंदा के सामने हार का सामना करना पड़ा। उन दिनों गोविंदा की पॉपुलैरिटी आसमान पर थी। हालांकि, सांसद बनने के बाद गोविंदा को ज्यादा दिनों तक राजनीति रास नहीं आई और वो फिर से फिल्मी दुनिया में लौट गए। उर्मिला मातोंडकर का जन्म चार, फरवरी 1974 को मुंबई में हुआ था। उर्मिला ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस मराठी फिल्म 'झाकोला' (1980) से की थी। 'कलयुग' (1981) उनकी पहली हिंदी फिल्म थी। उर्मिला ने 1983 में फिल्म 'मासूम' से चाइल्ड आर्टिस्ट के रुप में बॉलीवुड में डेब्यू किया था। महाराष्ट्र चुनाव की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से उर्मिला मातोड़कर को कांग्रेस उम्मीदवार बनाए जाने की पीछे सबसे बड़ी वजह थी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम का चुनाव लड़ने से इनकार करना। साल 2014 को लोकसभा चुनाव में संजय, भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गए थे। ऐसे इस सीट से कोई भी चुनाव लड़ने में रुचि नहीं दिखा रहा था। कांग्रेस ने फिर इस सीट से उर्मिला को मैदान में उतारने का फैसला किया था। भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर गोविंदा ने लगाई थी सेंध
उत्तर मुंबई सीट लंबे समय तक भाजपा का गढ़ मानी जाती रही है, लेकिन इसका बॉलीवुड से भी पुराना नाता रहा है। साल 1989 में राम नाईक ने पहली बार इस सीट पर भाजपा को जीत दिलाई थी। इसके बाद नाईक ने यहां से लगातार पांच बार जीत दर्ज की। साल 2004 में भाजपा को उस वक्त झटका लगा जब नाईक को 2004 के लोकसभा चुनाव में बॉलीवुड एक्टर गोविंदा के सामने हार का सामना करना पड़ा। उन दिनों गोविंदा की पॉपुलैरिटी आसमान पर थी। हालांकि, सांसद बनने के बाद गोविंदा को ज्यादा दिनों तक राजनीति रास नहीं आई और वो फिर से फिल्मी दुनिया में लौट गए। उर्मिला मातोंडकर का जन्म चार, फरवरी 1974 को मुंबई में हुआ था। उर्मिला ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड एक्ट्रेस मराठी फिल्म 'झाकोला' (1980) से की थी। 'कलयुग' (1981) उनकी पहली हिंदी फिल्म थी। उर्मिला ने 1983 में फिल्म 'मासूम' से चाइल्ड आर्टिस्ट के रुप में बॉलीवुड में डेब्यू किया था। महाराष्ट्र चुनाव की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें