प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल (जनता दल)
इंद्र कुमार गुजराल ने 21 अप्रैल, 1997 को भारत के 12वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने एमए, बीकॉम, पीएचडी एवं डीलिट की पढ़ाई की।
उनका संबंध स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से है। उनके माता-पिता दोनों ने ही पंजाब में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था। ग्यारह साल की छोटी-सी उम्र में उन्होंने स्वयं 1931 में स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लिया और झेलम शहर में छोटे बच्चों के आंदोलन को संगठित करने के लिए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और जमकर पिटाई की। 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें जेल में डाल दिया गया।
भारत के प्रधानमंत्री का पद संभालने से पहले वे विदेश मंत्री थे और उन्होंने जल संसाधन मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाला था। वह इससे पहले 1989 के दौरान विदेश मंत्री थे। गुजराल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों के साथ-साथ रंगमंच के लेखक और टिप्पणीकार भी रहे थे।