प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव (कांग्रेस (आई))
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पीवी नरसिम्हा राव का जन्म 28 जून, 1921 को करीमनगर में हुआ था। उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय, बॉम्बे विश्वविद्यालय और नागपुर विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। पीवी नरसिम्हा राव तीन बेटों और पांच बेटियों के पिता थे।
उनकी कई चीजों में रुचि थी। उन्हें संगीत, सिनेमा और थिएटर पसंद था। उनकी विशेष रुचि भारतीय दर्शन व संस्कृति, कथा, राजनीतिक टिप्पणी लिखने, भाषाएं सीखने, तेलुगु और हिंदी में कविताएं लिखने और सामान्य रूप से साहित्य की जानकारी रखने में थी।
विदेश मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव ने भारत की ओर से संयुक्त राज्य अमेरिका, सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ (यूएसएसआर), पाकिस्तान, बांग्लादेश, ईरान, वियतनाम, तंजानिया और गुयाना सहित कई संयुक्त आयोगों की अध्यक्षता की। राव ने 19 जुलाई, 1984 को गृह मंत्री का पद संभाला। उन्हें 5 नवंबर, 1984 को योजना मंत्रालय के अतिरिक्त प्रभार के साथ इस पद पर फिर से नियुक्त किया गया। 31 दिसंबर, 1984 से सितंबर तक उन्होंने रक्षा मंत्री का कार्यभार संभाला। 1985 को उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्री का पद संभाला।
1991 में जब पीवी नरसिम्हा ने देश की कमान संभाली, तब देश की आर्थिक स्थिति खराब थी। आर्थिक सुधार लाकर उन्होंने देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया। उनके इस योगदान को देश में आज भी याद किया जाता है। अगर वे उस समय आर्थिक विकास का पहिया तेज नहीं करते तो आज भारत को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता।
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