Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Rajasthan: '2024 में दूरबीन लेकर भी दिखाई नहीं देगी कांग्रेस', राजस्थान में विपक्ष पर बरसे गृह मंत्री अमित शाह

Rajasthan भाजपा की दूसरी परिवर्तन यात्रा रविवार को बेणेश्वर धाम से रवाना हुई। परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले आयोजित सभा का संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा की समाप्ति तक गहलोत सरकार की रवानगी तय हो चुकी होगी। सभा के जरिए अमित शाह ने मेवाड़-वागड की 28 विधानसभा सीटों को साधने की कोशिश की।

By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 03 Sep 2023 06:26 PM (IST)
Hero Image
राजस्थान में विपक्ष पर बरसे गृह मंत्री अमित शाह (फोटो एएनआई)

उदयपुर, राज्य ब्यूरो। भाजपा की दूसरी परिवर्तन यात्रा रविवार को बेणेश्वर धाम से रवाना हुई। परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले आयोजित सभा का संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा की समाप्ति तक गहलोत सरकार की रवानगी तय हो चुकी होगी।

सभा के जरिए अमित शाह ने मेवाड़-वागड की 28 विधानसभा सीटों को साधने की कोशिश की। बता दें कि आदिवासियों के तीर्थ डूंगूरपुर जिले के बेणेश्वर धाम से रवाना हुई दूसरी परिवर्तन यात्रा 115 किलोमीटर की सफर तय करेगी।

2024 में दूरबीन लेकर भी दिखाई नहीं देगी कांग्रेस- अमित शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता सनातन धर्म को समाप्त करने की बात करते हैं। सनातन धर्म पर ये जितना बोलेंगे, उतना ही कम होते जाएंगे। 2014 और 2019 में कम हुए, 2024 में तो कांग्रेसी दूरबीन लेकर भी नहीं दिखाई देंगे।

बनिया का बेटा हूं, कांग्रेस का हिसाब लेकर चलता हूं- अमित शाह

अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं बनिया का बेटा हूं और कांग्रेस का हिसाब लेकर चलता हूं। यूपीए गवर्नमेंट में दस साल में राजस्थान को महज एक लाख 60 हजार करोड़ रुपए ही दिए, जबकि नरेन्द्र मोदी सरकार ने नौ साल में 8 लाख करोड़ रुपए जनता को दिए।

कांग्रेस पर लगाया तुष्टीकरण का आरोप

शाह ने कांग्रेस पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि मनमोहन सिंह पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का बताते थे। जबकि हम कहते हैं कि बजट पर पहला अधिकार गरीबों का है। ये लोग अल्पसंख्यकों के नाम पर तुष्टिकरण करते हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वह दंगा कराने वाली गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकिए।

शाह ने लाल डायरी का किया जिक्र

शाह ने लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा कि यदि कोई लाल कपड़े पहनता है तो उन्हें लाल डायरी दिखाई पड़ती है। उस लाल डायरी में गहलोत के सैकड़ों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार दर्ज हैं, ये डायरी हमने नहीं, उन्हीं के पूर्व मंत्री ने दी है। उन्होंने कहा कि गहलोत जादूगर हैं। उन्होंने राजस्थान से बिजली और महिला सुरक्षा को गायब कर दिया।

घमंडिया एलायंस की आबरू का दिवाला निकल चुका है- अमित शाह

शाह ने कहा कि घमंडिया एलायंस की आबरू का दिवाला निकल चुका है, इसलिए नाम बदलकर इंडिया एलायंस रखा है। दो दिन से वह देख रहे है कि किस तरह देश की संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं और कहते हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। राहुल गांधी ने हिंदू संगठनों की तुलना लश्कर-ए-तैयबा से कर दी। इनके गृह मंत्री बोलते थे कि हिंदू टेररिज्म चल रहा है।

वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा

सभा में वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने जब लोगों को गांव में बिजली मिल ही नहीं रही है तो फ्री करने का किसे और क्या फायदा होगा। उन्होंने प्रतापगढ़ में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने का मामला उठाते हुए कहा कि इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए भाजपा की सरकार बनानी होगी। भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि एनआईए नहीं आती तो हत्याकांड के आरोपी पकड़े नहीं जाते।

अमित शाह ने राधा कृष्ण मंदिर में दर्शन किए

सभी से पूर्व अमित शाह ने बेणेश्वर धाम स्थित राधा कृष्ण मंदिर में दर्शन किए और महंत अच्युतानंद महाराज से धाम को लेकर चर्चा की। जबकि सभा की समाप्ति के बाद परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस यात्रा के पहले दिन 115 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद चौरासी विधानसभा क्षेत्र में रात्रि विश्राम होगा। बीजेपी इस यात्रा के माध्यम से आदिवासी अंचल की 28 सीटों को साधने का प्रयास करेगी। दावा किया जाता है कि वागड़ और मेवाड़ की इन सीटों पर जिस पार्टी ने भी जीत हासिल की है, राजस्थान में उसी की सरकार बनी है।

गंगापुर सिटी में परिवर्तन यात्रा को रोका

शनिवार को सवाई माधोपुर से शुरू हुई भाजपा की परिवर्तन यात्रा को रविवार को गंगापुर सिटी में रोक दिया। भाजपा नेता यात्रा को शहर के अंदर से ले जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। प्रशासन का कहना था कि यात्रा शहर के बाहर से निकाली जाए। इससे नाराज यात्रा के साथ चल रहे सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी सहित अन्य नेता धरने पर बैठ गए।

इस दौरान पुलिस ने दलील दी कि यह यात्रा शहर के अंदर के मुख्य मार्ग से होकर जाना चाह रही है जबकि उन्होंने शहर के अंदर के मुख्य मार्गो से गुजरने की अनुमति नहीं ली है। इसी कारण यात्रा को रोका गया। हालांकि, बाद में यात्रा शहर के कुछ हिस्से से होकर गुजरी तो मामला शांत हुआ।