'कांग्रेस की सात गारंटियां आचार संहिता का उल्लंघन', BJP ने चुनाव आयोग से की गहलोत की शिकायत
Rajasthan Assembly Election 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम दल कई तरह के वादे कर रहे हैं। राजस्थान में कांग्रेस ने भी जनता से सात गरंटियां लागू करने का वादा किया है। हालांकि इसको लेकर बीजेपी ने शिकायत की है। बीजेपी ने कांग्रेस की सात गारंटियों को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Mon, 30 Oct 2023 10:41 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से सात गारंटियां देने के बाद लोगों से मोबाइल नंबर पर मिस्ड कॉल करवा कर ऐसी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पंजीकरण करवाने को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत की है। इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पार्टी के प्रबुद्धजन प्रकोष्ठ के संयोजक राजेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में सोमवार को प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता से मुलाकात की। भाजपा नेताओं ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद ऐसी किसी भी प्रकार की योजना जिससे कोई राजनीतिक दल आम लोगों को लालच दे,यह नियम विरूद्ध है। यह आचार संहिता का उल्लंघन है।
सात गारंटियों का प्रलोभन देने के लिए पंजीकरण करवाना आचार संहिता के उल्लंघन के साथ ही आपराधिक कृत्य भी है।
क्या है कांग्रेस की सात गारंटी?
उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत ने पिछले सप्ताह प्रदेश के लोगों को सात गारंटी दी थी। इनमें पहली प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया को एक साल में दस हजार रूपये दिए जाएंगे, दूसरी प्रदेश के सभी परिवारों को पांच सौ रूपये में गैस सिलेंडर मिलेगा, तीसरी सरकारी कालेजों में पढ़ने वाले छात्रों को लैपटॉप या टेबलेट मिलेगा,चौथी पुरानी पेंशन योजना के लिए कानून बनेगा। पांचवी प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य बीमा करवाया जाएगा। छठी पशुपालकों से दो रूपये प्रति किलो के हिसाब से सरकार गोबर खरीदेगी और सातवीं अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले जाएंगे शामिल है।ये भी पढ़ें: