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राजस्थान विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के खिलाफ कैसे लड़ेगी बीजेपी? आपस में ही लड़ने में व्यस्त हैं पार्टी नेता

राजस्थान बीजेपी में गुटबाजी खुलकर सामने आने लगी है। पार्टी नेता दो धड़ों में बंटे नजर आ रहे हैं। एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गुट वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ हैं। गुटबाजी से पार्टी कार्यकर्ता भी परेशान हैं।

By Jagran NewsEdited By: Manish NegiUpdated: Tue, 29 Aug 2023 03:55 PM (IST)
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कांग्रेस के खिलाफ कैसे लड़ेगी बीजेपी? आपस में ही लड़ने में व्यस्त हैं पार्टी नेता (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में खींचतान बढ़ती जा रही है। पार्टी नेता एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं। वर्तमान में संगठन चुनाव को लेकर फैसला करने वाले नेताओं के खिलाफ पार्टी के कई पुराने नेता खुलकर सामने आने लगे हैं। यहां तक कि बयानबाजी भी होने लगी है।

हालात यह हो गए कि एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके समर्थक हैं। वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ हैं।

दो खेमों में भाजपा!

प्रदेश में भाजपा नेता दो खेमों में बंटे नजर आ रहे हैं। कार्यकर्ता इस बात को लेकर चिंतित है कि उनके नेता कांग्रेस सरकार और सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ संयुक्त रूप से मोर्चा खोलने के बजाय आपस में लड़ने में व्यस्त हैं। प्रदेश संगठन और चुनाव अभियान का जिम्मा संभाल रहे नेता प्रदेश में नई टीम तैयार करने में जुटे हैं। ये नेता वसुंधरा खेमे को संगठन से दरकिनार करने के बाद अब विधानसभा चुनाव के टिकट तय करने में ज्यादा प्राथमिकता देने को तैयार नहीं है।

वहीं वसुंधरा पार्टी नेतृत्व को यह समझाने में जुटी है कि जिन नेताओं को चुनाव अभियान का जिम्मा सौंपा गया है उनकी खुद की राजनीतिक जमीन मजबूत नहीं है। वसुंधरा पिछले 15 दिन से दिल्ली में रहकर केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री मेघवाल के खिलाफ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पार्टी में गुटबाजी बढ़ने की आशंका है।

गुटबाजी से परेशान बीजेपी

प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ भाजपा दो सितंबर से परिवर्तन यात्रा निकालने की तैयारी कर रही है। नेताओं की आपसी खींचतान के कारण परिवर्तन यात्रा में भीड़ कम जुटने की आशंका से भाजपा का प्रदेश नेतृत्व परेशाान है। परिवर्तन यात्रा से पहले माहौल को ठीक करने के लिए पार्टी नेतृत्व ने शेखावत को पूर्वी राजस्थान और मेघवाल को बीकानेर संभाग में भेजा। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना मामले में शेखावत का दो स्थानों पर विरोध हुआ, उन्हें काले झंडे दिखाए गए।

भाजपा में खीचंतान प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक बढ़ गई है। सीपी जोशी के गृह जिले चित्तौड़गढ़ में पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपालानी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ जोधपुर में पूर्व विधायक बाबूसिंह, बीकानेर में केंद्रीय मंत्री मेघवाल के खिलाफ पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरों सिंह शेखावत के विश्वस्त पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी, अजमेर में राजपूत नेता भंवर सिंह पलाड़ा ने तो प्रदेश नेतृत्व के कामकाज से नाराज होकर नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी।

अलवर में पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा, झुंझुनूं में पूर्व सांसद संतोष अहलावत, जयपुर में पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ व राजपाल सिंह शेखावत एवं कोटा में भवानी सिंह राजावत एवं प्रहलाद गुंजल ने प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ भीलवाड़ा के एक दर्जन नेता जयपुर और दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से शिकायत कर चुके हैं।