Rajasthan Polls: वोट कर कहीं पर महिला ने तोड़ा मौन व्रत तो कहीं नवविवाहित दंपति ने किया मतदान; राजस्थान में दिखे कई रंग
राजस्थान विधानसभा चुनाव में शनिवार को मतदान के कई रंग देखने को मिले। कई लोग नाचते और गाने गाते हुए मतदान केंद्र तक पहुंचे तो कुछ ने आगे बढ़कर लोगों को मतदान अवश्य करने की सलाह दी। राजस्थान में इन दिनों शादियों का दौर चल रहा है। प्रदेश के कई मतदान केंद्रों पर नव विवाहित दंपति मतदान करने पहुंचे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sat, 25 Nov 2023 06:50 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में शनिवार को मतदान के कई रंग देखने को मिले। कई लोग नाचते और गाने गाते हुए मतदान केंद्र तक पहुंचे तो कुछ ने आगे बढ़कर लोगों को मतदान अवश्य करने की सलाह दी। कई मतदान केंद्रों पर महिलाएं और पुरूष एक जैसे कपड़े पहनकर मतदान करने पहुंचे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा के शक्ति नगर स्थित मतदान केंद्र में मतदान किया। मतदान करने के बाद बिरला ने कहा कि आजादी के बाद लगातार वोट प्रतिशत बढ़ रहा है, यही लोकतंत्र की ताकत है।
वसुंधरा ने गांव में खाई दही और रोटी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मतदान करने से पहले जोधपुर के सरदारपुरा में अपनी बड़ी बहन से आर्शीवाद लिया। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालारापाटन में मतदान करने के बाद सलोतिया गांव में एक किसान के घर पहुंचीं और वहां चारपाई पर बैठकर दही-रोटी और हरी मिर्च खाई।वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने टोंक में ग्रामीणों के साथ संवाद किया। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर, केंद्रीय विधिमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बीकानेर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने चित्तोड़गढ़ व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने लक्ष्मणगढ़ में मतदान किया।
नवविवाहित जोड़े मतदान करने पहुंचे
राजस्थान में इन दिनों शादियों का दौर चल रहा है। प्रदेश के कई मतदान केंद्रों पर नव विवाहित दंपति मतदान करने पहुंचे। सीकर के रींगस और श्रीमाधोपुर में तो दो जोड़ों का शुक्रवार को विवाह हुआ था और शनिवार को बारात की विदाई के बाद सुबह सात बजे सीधे मतदान करने पहुंचे। ऐसा नजारा कई जगह देखने को मिला।यह भी पढ़ें: राजस्थान चुनाव में युवाओं से लेकर 113 साल के बुजुर्ग तक ने किया मतदान, देखें लोकतंत्र के पर्व की अनोखी तस्वीरें
नाव से मतदान करने पहुंचे ग्रामीण
बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के दनाक्षरी मतदान केंद्र पर मतदान करने के लिए पातीरगरा और पाड़ा मजरा गांव के दो परिवार नाव के सहारे मतदान करने पहुंचे। दोनों गांवा में मात्र छह-छह परिवार रहते हैं। गांव तक पहुंचने के लिए नाव ही सहारा है। सड़क और कच्चा रास्ता नहीं है। ऐसे में दोनों परिवार मतदान करने नाव से पहुंचे। प्रशासन ने उनकी सुरक्षा के लिए आपदा राहत टीम को तैनात किया।
इसी तरह चौरासी विधानसभा क्षेत्र का सलाखड़ी गांव में कडाणा टापू पर रहने वाले 92 मतदाता भी नाव में बैठकर मतदान करने पहुंचे। टापू पर रहने और सुविधाओं से वंचित होने के बावजूद सभी मतदाता मतदान करने पहुंचे।