Rajasthan Election: पाक सीमा के निकट एक परिवार के लिए बना मतदान केंद्र, एक परिवार के 35 सदस्य यहां करेंगे मतदान
Rajasthan Electionरेगिस्तान में सड़क नहीं होने के कारण लोगों को पैदल चलकर या ऊंट पर बैठकर मतदान केंद्र तक जाना होता था। मतदान केंद्र दूर होने के कारण पिछले कई चुनावों में बुजुर्गों व महिलाओं ने मतदान नहीं किया।इस बात की जानकारी निर्वाचन आयोग को मिली तो इस गांव में अलग से मतदान केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया। इस मतदान केंद्र पर अब17 महिलाएं और 18 पुरूष मतदान करेंगे।
By Jagran NewsEdited By: Babli KumariUpdated: Fri, 24 Nov 2023 06:27 PM (IST)
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में पाकिस्तान सीमा से सटे प्रदेश में बाड़मेर जिले के पार गांव में एक परिवार के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाया गया है। यह प्रदेश का सबसे छोटा मतदान केंद्र है। इस मतदान केंद्र पर एक परिवार के 35 सदस्य मतदान करेंगे।दरअसल,पाकिस्तान सीमा से सटे पार गांव के लोग पिछले चुनाव तक मतदान करने के लिए 20 किलोमीटर दूर जाते थे।
रेगिस्तान में सड़क नहीं होने के कारण लोगों को पैदल चलकर या ऊंट पर बैठकर मतदान केंद्र तक जाना होता था। मतदान केंद्र दूर होने के कारण पिछले कई चुनावों में बुजुर्गों व महिलाओं ने मतदान नहीं किया । इस बात की जानकारी निर्वाचन आयोग को मिली तो इस गांव में अलग से मतदान केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया। इस मतदान केंद्र पर अब 17 महिलाएं और 18 पुरूष मतदान करेंगे । जानकारी के अनुसार 35 लोगों का एक परिवार तीन अलग-अलग घरों में रहता है।
शेरगांव के मतदाता पहली बार कर सकेंगे मतदान
राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने बताया कि सिरोही जिले के आबू-पिंडवाडा विधानसभा क्षेत्र में 4,921 की ऊंचाई पर स्थित शेरगांव के मतदाता पहली बार अपने ही गांव में मतदान कर सकेंगे । निर्वाचन आयोग ने शेरगांव के 117 मतदाताओं के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाया है। मतदान दल मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए घने जंगल में करीब 18 किलोमीटर पैदल चलेगा।पहली बार काली तीर गांव में बनाया गया मतदान केंद्र
इससे पहले शेरगांव में के लोग उटराज गांव में जाकर मतदान करते थे। यह काफी दूर था। शेरगांव में आदिवासी रहते हैं। इसी तरह धौलपुर जिले के बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र में पहली बार काली तीर गांव में मतदान केंद्र बनाया गया है। इस मतदान केंद्र में 682 लोग मतदान करेंगे। पहले इस गांव के मतदाताओं को करीब आठ किलोमीटर दूर जाकर मतदान करना पड़ता था। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में भरतपुर सोहनत जिले के शेराडांड गांव में मात्र पांच लोगों के लिए अलग से मतदान केंद्र बनाया गया है। यह मतदान केंद्र छत्तीसगढ़ और संभवत:देश का सबसे छोटा मतदान केंद्र है। शेराडांडा गाांव में केवल तीन घर हैं।
जनसंपर्क पर रहा जोर
शुक्रवार को मतदान से एक दिन पहले चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने घर-घर जाकर लोगों से वोट मांगे । प्रत्याशियों और राजनीतिक पार्टिियों के रणनीतिकारों ने अपने पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करवाने की रणनीति बनाई । नाराज लोगों को मनाने का सिलसिला दिनभर चलता रहा । एक तरफ जहां प्रत्याशी और पार्टियों के नेता मतदान को लेकर रणनीति बनाते रहे।वहीं दूसरी तरफ चुनाव करवाने वाले अधिकारी और कर्मचारी शुक्रवार दोपहर में मतदान केंद्रों पर पहुंच गए । 199 सीटों पर दो लाख 74 हजार सरकारी कर्मचारी चुनाव संपन्न करवाएंगे । सफल मतदान के लिए एक लाख दो हजार से अधिक पुलिस,सीआरपीएफ सहित विभिन्न सुरक्षा बलों के जवान मतदान केंद्रों पर पहुंचे हैं। शनिवार को पांच करोड़,20 लाख 90 हजार 146 मतदाता मतदान करेंगे ।