राजशाही का दबदबा कायम: रानी, राजकुमार और राजकुमारी को मिला जनता का साथ; कांग्रेस के टिकट पर उतरे राजा 'खाली हाथ'
Rajasthan Assembly Election 2023 Results राजस्थान विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे समेत अलग-अलग राजघरानों के छह सदस्यों ने चुनाव लड़ा। इनमें से पांच सदस्य भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे तो एक सदस्य ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इनमें से एक को छोड़कर बाकी सभी को जनता का प्यार मिला है। पढ़िए राजपरिवारों के सदस्यों में से कौन-सा इकलौता सदस्य हार रहा है...
By Jagran NewsEdited By: Deepti MishraUpdated: Sun, 03 Dec 2023 03:08 PM (IST)
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे समेत अलग-अलग राजघरानों के छह सदस्यों ने चुनाव लड़ा। इनमें से पांच सदस्य भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे तो एक सदस्य ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इनमें से एक को छोड़कर बाकी सभी को जनता का प्यार मिला है। यहां पढ़िए राजस्थान विधानसभा चुनाव में राजपरिवारों के सदस्यों में से कौन-सा इकलौता सदस्य हार रहा है...
वसुंधरा राजे: जनता फिर धौलपुर की महारानी चुना
राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी भाजपा नेता वसुंधरा राजे झालावाड़ के झालरापाटन विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थीं। फिलहाल, वह कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल से 53 हजार से ज्यादा वोटों से आगे चल रही हैं।वसुंधरा राजे ग्वालियर की राजकुमारी और धौलपुर की महारानी हैं। धौलपुर के राजा हेमंत सिंह से उनकी शादी हुई थी। वसुंधरा की मां विजयाराजे सिंधिया जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल थीं, जोकि भाजपा की मूल पार्टी थी।
वसुंधरा ने पहली बार साल 1985 में धौलपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने करीब 23 हजार वोटों से जीत दर्ज की। 1993 में वह धौलपुर से हार गईं। इसके बाद साल 2003 से लगातार झालावाड़ के झालरापाटन विधानसभा सीट से चुनाव जीतती आ रही हैं।
दीया कुमारी: जयपुर की राजकुमारी 71 हजार वोटों से जीतीं
जयपुर की राजकुमारी और भाजपा प्रत्याशी दीया कुमारी ने विद्याधर नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। अब तक की गणना के मुताबिक, दीया कुमारी 71368 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी सीताराम अग्रवाल को पीछे छोड़ चुकी हैं।
दीया कुमारी गायत्री देवी के दत्तक पुत्र महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं। दीया ने 10 साल पहले राजनीति में कदम रखा। साल 2013 में सवाई माधोपुर से विधायक चुनी गईं। साल 2019 में राजसमंद से लोकसभा चुनाव जीता था। चर्चा है कि अगर भाजपा चुनाव जीतती है तो दीया मुख्यमंत्री पद की दावेदार भी हो सकती हैं।