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Rajasthan Election 2023: अजमेर संभाग की 29 में से सात सीटों पर RLP का दबदबा, कांग्रेस और BJP को दे रही टक्कर

Rajasthan Election 2023 अजमेर में सात सीटों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) व दो सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। त्रिकाणीय मुकाबले वाली सीटों में एक सीट पर आरएलपी और एक पर निर्दलीय प्रत्याशी फिलहाल कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशियों से आगे नजर आ रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए अजमेर संभाग काफी अहम है।

By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Mon, 20 Nov 2023 02:24 PM (IST)
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Rajasthan Election 2023 कांग्रेस और भाजपा को टक्कर दे रही आरएलपी।

जागरण संवाददाता,जयपुर Rajasthan Election 2023 राजस्थान विधानसभा चुनाव में पांच दिन बाद मतदान होना है। अब काफी हद तक चुनावी समीकरण भी साफ होने लगे हैं। अजमेर संभाग की 29 में से 20 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला नजर आ रहा है।

त्रिकोणीय बन रहा मुकाबला

वहीं, सात सीटों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) व दो सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। त्रिकाणीय मुकाबले वाली सीटों में एक सीट पर आरएलपी और एक पर निर्दलीय प्रत्याशी फिलहाल कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशियों से आगे नजर आ रहे हैं।

भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अजमेर संभाग जीतना जरूरी

कांग्रेस और भाजपा के लिए अजमेर संभाग कितना महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नागौर में रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभा की वहीं अजमेर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले सप्ताह सभा को संबोधित कर रोड़ शो किया।

कांग्रेस हासचिव प्रियंका गांधी सोमवार को अजमेर के केकड़ी में रही। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब तक सभी 29 सीटों का दौरा कर प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव सभाओं को संबोधित किया है। आरएलपी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल मुख्यरूप से नागौर जिले पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। जाट बहुल नागौर जिले में अधिक से अधिक सीटों पर कब्जा करना बेनीवाल की प्राथमिकता है। 

नागौर जिले की दस सीटों पर रोचक मुकाबला

नागौर शहर में भाजपा की ज्योति मिर्धा का मुकाबला रिश्ते में उनके चाचा कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा से है। यहां पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान दोनों के लिए ही परेशान पैदा कर रहे हैं। डीडवाना कांग्रेस के चेतन डूडी और भाजपा के बागी युनूस खान के बीच है। भाजपा के जितेंद्र सिंह वर्तमान में तीसरे नंबर पर नजर आ रहे हैं।

खींवसर सीट पर आरएलपी के हनुमान बेनीवाल कांग्रेस के तेजपाल व भाजपा के रेवतराम डागा से आगे दिखाई दे रहे हैं। जायल,मेड़ता,लाडनू,डेगाना,परबतसर व मकराना सीटों पर कांग्रेस,भाजपा व आरएलपी प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है।

अजमेर जिले में कांटे की टक्कर

अजमेर जिले की दस सीटों पर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है। हालांकि दो सीटों पर मजबूत निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। केकड़ी में गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा का मुकाबला भाजपा के शत्रुघन गौतम से है।

ब्यावर में कांग्रेस की नसिम अख्तर और भाजपा के सुरेश रावत,अजमेर उत्तर में भाजपा के वासुदेव देवनानी व कांग्रेस के महेंद्र सिंह,अजमेर दक्षिण में कांग्रेस की द्रोपदी कोली व भाजपा की अनिता भदेल व ब्यावर,मसूदा में कांग्रेस के राकेश पारीक व भाजपा के वीरेंद्र सिंह,ब्यावर में कांग्रेस के पारस जैन व भाजपा के शंकर सिंह के बीच कांटे की टक्कर है।

 नसीराबाद में कांग्रेस के शिवप्रकाश गुर्जर व भाजपा के रामस्वरूप लांबा के साथ ही निर्दलीय शिवराज चुनाव लड़ रहे हैं। किशनगढ़ में कांग्रेस के विकास चौधरी व भाजपा के भागीरथ चौधरी के साथ ही निर्दलीय सुरेश टांक चुनाव मैदान में है।

भीलवाड़ा व टोंक में यह समीकरण

कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध भीलवाड़ा जिले की सात में से छह सीटों पर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है। शाहपुरा सीट पर भाजपा के बागी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों को टक्कर दे रहे हैं।

टोंक जिले की चार में से टोंक शहर सीट से पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का मुकाबला कांग्रेस के अजीत मेहता से है। शेष तीन सीटों पर दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर है।