Rajasthan election 2023: राजा-रानी, राजकुमार और राजकुमारी की किस्मत का फैसला करेगी जनता, क्या इन सीटों पर राजशाही का दबदबा रहेगा बरकरार?
Rajasthan assembly election 2023 Voting आजादी से पहले राज्य नहीं रियासत हुआ करती थीं जिनकी शासन व्यवस्था राजा-महाराजा और रानियां संभालता करती थीं। देश आजाद हुआ तो राजा-महाराजा और उनके परिवार के सदस्य भी राजनीति में आ गए। यहां भी उनका दबदबा कायम रहा। इस विधानसभा चुनाव में भी राजपरिवार के छह सदस्य चुनावी मैदान में हैं। पढ़िए राजस्थान विधानसभा चुनाव में शाही परिवारों कौन-कौन चुनावी मैदान में है...
By Jagran NewsEdited By: Deepti MishraUpdated: Sat, 25 Nov 2023 07:19 AM (IST)
डिजिटल डेस्क, जयपुर। आजादी से पहले राज्य नहीं, रियासत हुआ करती थीं, जिनकी शासन व्यवस्था राजा-महाराजा और रानियां संभालता करती थीं। देश आजाद हुआ तो राजा-महाराजा और उनके परिवार के सदस्य भी राजनीति में आ गए। यहां भी उनका दबदबा कायम रहा। जब राजा-महाराजा नहीं रहे तो उनके बच्चों ने इस विरासत को संभाला। इस साल के विधानसभा चुनाव में भी राजपरिवार के छह सदस्य चुनावी मैदान में हैं।
राजस्थान विधानसभा की 199 सीटों पर आज यानी शनिवार को मतदान हो रहा है। यहां पढ़िए राजस्थान विधानसभा चुनाव में शाही परिवारों कौन-कौन चुनावी मैदान में है...
वसुंधरा राजे: धौलपुर की महारानी
राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी भाजपा नेता वसुंधरा राजे का नाता शाही परिवार से है। वह ग्वालियर की राजकुमारी हैं। राजस्थान के धौलपुर के राजा हेमंत सिंह से उनकी शादी हुई थी। वसुंधरा की मां विजयाराजे सिंधिया जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल थीं, जोकि भाजपा की मूल पार्टी थी।
वसुंधरा ने पहली बार साल 1985 में धौलपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने करीब 23 हजार वोटों से जीत दर्ज की। 1993 में वह धौलपुर से हार गईं।
साल 2003 से लगातार झालावाड़ के झालरापाटन विधानसभा सीट से चुनाव जीतती आ रही हैं। इसी सीट से जीतकर वह दो बार सूखे की मुखिया भी बन चुकी हैं। इस बार भी वह झालरापाटन विधानसभा सीट से ही चुनाव मैदान में हैं।