सचिन पायलट के लिए टोंक से जीत हासिल करना इस बार नहीं होगा आसान, क्या BJP के चक्रव्यूह को भेद पाएगी कांग्रेस?
Rajasthan Election 2023 । सचिन पायलट को भाजपा स्थानीय बनाम बाहरी के मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रही है। पार्टी नेता अजीत सिंह मेहता का कहना है कि वे टोंक के रहने वाले हैं और यहां के लोगों की समस्याओं को जानते हैं जबकि पायलट एक बाहरी व्यक्ति हैं। पिछली बार सीएम फेस होने के कारण उन्होंने बड़ी जीत हासिल की थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
By Achyut KumarEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 19 Nov 2023 03:39 PM (IST)
पीटीआई, टोंक। Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई हैं। इनमें से कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी एक हैं। हालांकि, पायलट की राह इस बार आसान नहीं होने वाली है।
'स्थानीय बनाम बाहरी' के मुद्दे पर पायलट को घेरने की कोशिश
सचिन पायलट को भाजपा 'स्थानीय बनाम बाहरी' के मुद्दे पर घेरने की कोशिश कर रही है। पार्टी नेता अजीत सिंह मेहता का कहना है कि वे टोंक के रहने वाले हैं और यहां के लोगों की समस्याओं को जानते हैं, जबकि पायलट एक बाहरी व्यक्ति हैं।
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मेहता का कहना है कि पायलट पिछली बार सीएम फेस होने के कारण बड़ी जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार उनके पास इसका लाभ नहीं है। हालांकि, पायलट के कोर वोटर्स इस बात से बेफिक्र हैं।
'आज नहीं तो कल, सीएम पायलट ही बनेंगे'
टोंक के मुख्य बाजार में एक सिलाई की दुकान के मालिक ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए कहा कि सचिन पायलट राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं। वे आज नहीं तो कल या परसों सीएम जरूर बनेंगे। वह भविष्य हैं। इस चुनाव में लोग टोंक की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वे यहां से चुनाव लड़ रहे हैं।पायलट के मुस्लिम-गुर्जर वोट बैंक पर सेंध लगाना मुश्किल
दरअसल, पायलट का मुख्य वोटबैंक मुस्लिम-गुर्जर हैं, जिस पर सेंध लगाना मुश्किल होगा। इस बात को भाजपा भी बखूबी जानती है। इसलिए वह स्थानीय नेता के रूप में मेहता की साख को उजागर करते हुए हिंदू वोटों को एकजुट करने के लिए काम कर रही है।