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Rajasthan Election: कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक पुत्र-पुत्री को टिकट दिलवाने को लेकर कर रहे लॉबिंग

Rajasthan Vidhansabha Election 2023 उम्र अथवा स्वास्थ्य का हवाला देकर इन विधायकों ने खुद चुनावी राजनीति से दूर हाने की बात पार्टी नेतृत्व के समक्ष कही है लेकिन चुनावी राजनीति से दूर होने के इच्छुक सभी विधायक चाहते हैं कि उनके स्थान पर कांग्रेस का टिकट खुद के स्वजनों को ही मिले। कोई पूर्व मंत्री अपने बेटे के लिए लॉबिंग कर रहा है तो कोई पुत्री के लिए।

By Jagran NewsEdited By: Mahen KhannaUpdated: Mon, 18 Sep 2023 04:56 PM (IST)
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Rajasthan Vidhansabha Election 2023 राजस्थान चुनाव को लेकर टिकट की होड़ लगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Vidhansabha Election 2023 राजस्थान में कांग्रेस के आधा दर्जन वर्तमान विधायक आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उम्र अथवा स्वास्थ्य का हवाला देकर इन विधायकों ने खुद चुनावी राजनीति से दूर हाने की बात पार्टी नेतृत्व के समक्ष कही है, लेकिन चुनावी राजनीति से दूर होने के इच्छुक सभी विधायक चाहते हैं कि उनके स्थान पर कांग्रेस का टिकट खुद के स्वजनों को ही मिले।

ये विधायक परिवार से बाहर किसी कांग्रेसी को टिकट देने के पक्ष में नहीं है।

पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी भी लाइन में...

वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने कई बार चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। चौधरी चाहते हैं कि उनके स्थान पर पार्टी पुत्री सुनीता को टिकट दे। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के कट्टर समर्थक चौधरी गुढ़ामालानी सीट से विधायक हैं।

पूर्व मंत्री दीपेंद्र सिंह शेखावत बेटे को दिलाना चाह रहे टिकट

पायलट के एक अन्य समर्थक पूर्व मंत्री दीपेंद्र सिंह शेखावत श्रीमाधोपुर सीट से विधायक हैं। कैंसर रोग से जूझ रहे शेखावत अपने स्थान पर पुत्र बालेंदू को टिकट दिलवाने को लेकर जयपुर से दिल्ली तक लाबिंग कर रहे हैं। पिछले तीन साल से बालेंदू श्रीमाधोपुर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय भी है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और खंडेला सीट से विधायक महादेव सिंह अपने पुत्र गिरिराज सिंह और विधायक भरोसी लाल जाटव पुत्र बृजेश को टिकट दिलवाना चाहते हैं। दोनों नेताओं ने अपनी मंशा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को बताई है।

80 वर्षीय अमिन खान पुत्र के लिए कर रहे लॉबिंग

पूर्व मंत्री अमिन खान और भरत सिंह भी चुनावी राजनीति से दूर होना चाहते हैं। इनमें से 80 वर्षीय अमिन खान पुत्र फतेह को चुनाव लड़वाना चाहते हैं। हालांकि कांग्रेस के जिला अध्यक्ष फतेह खां सहित कई नेता इस सीट पर दावेदारी कर रहे हैं।

पिछले दिनों अमिन खान ने एक सभा में कहा था कि मुझे या मेरे पुत्र को टिकट नहीं दिया तो अन्य कांग्रेस प्रत्याशी शिव विधानसभा क्षेत्र से 40 हजार वोट से हारेगा। भरत सिंह खुद तो चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। लेकिन उन्होंने अपने किसी स्वजन को टिकट देने की मांग भी नहीं की है। विधायक जौहरीलाल मीणा भी अपने पुत्र को टिकट दिलवाने के पक्ष में है।