राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर रस्साकशी, गहलोत व पायलट के समर्थकों ने की नारेबाजी
Rajasthan election results 2018. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने विधायकों से फीडबैक ली।
By Sachin MishraEdited By: Updated: Wed, 12 Dec 2018 01:36 PM (IST)
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में सत्ता के जादुई आंकड़े को पार करने के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही रस्साकशी तेज हो गई है। हालांकि इस रस्साकशी में "किसान और जाट' मुख्यमंत्री को लेकर लॉबिंग कर रहे राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी तो चुनाव हार गए, लेकिन दो प्रबल दावेदार कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत और पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट भारी मतों से चुनाव जीते हैं।
दोंनों नेताओं ने चुनाव परिणाम आने के बाद विधायकों से संपर्क साधा है। दोनों नेताओं ने टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर चुनाव जीतने वाले तीन निर्दलीय विधायकों से भी बात की है। गहलोत और पायलट के समर्थक अपने-अपने नेता के लिए लॉबिंग में जुटे हैं। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए सांसद केसी वेणुगोपाल को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बुधवार को जयपुर में केंद्रीय पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने विधायकों से फीडबैक ली। बैठक में आलाकमान पर फैसला छोड़ा गया है। अब राहुल गांधी ही यह तय करेंगे कि राजस्थान का सीएम कौन होगा। वहीं, जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर अशोक गहलोत एवं सचिन पायलट के समर्थकों ने नारेबाजी की। कांग्रेस राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
वेणुगोपाल और अविनाश पांडे ने नेताओं से लिया फीडबैक
चुनाव परिणाम आने के बाद पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट और डॉ. सीपी जोशी सहित कई नेताओं के साथ संभावित मुख्यमंत्री और भावी सरकार की रूपरेखा को लेकर चर्चा की। दोनों नेताओं ने कुछ नेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात की, तो कुछ नेताओं से टेलीफोन पर बात की। विधायकों से भी टेलीफोन पर बात की गई। विधायकों से मिले फीडबैक के बारे में वेणुगोपाल और पांडे राहुल गांधी को अवगत कराएंगे। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का निर्णय राहुल गांधी पर छोड़े जाने को लेकर एक लाइन का प्रस्ताव पारित होगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अहमद पटेल राज्य के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है।
चुनाव परिणाम आने के बाद पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने अशोक गहलोत, सचिन पायलट और डॉ. सीपी जोशी सहित कई नेताओं के साथ संभावित मुख्यमंत्री और भावी सरकार की रूपरेखा को लेकर चर्चा की। दोनों नेताओं ने कुछ नेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात की, तो कुछ नेताओं से टेलीफोन पर बात की। विधायकों से भी टेलीफोन पर बात की गई। विधायकों से मिले फीडबैक के बारे में वेणुगोपाल और पांडे राहुल गांधी को अवगत कराएंगे। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री का निर्णय राहुल गांधी पर छोड़े जाने को लेकर एक लाइन का प्रस्ताव पारित होगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अहमद पटेल राज्य के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शिरकत करते विधायक।
गहलोत और पायलट ने जीत का सेहरा राहुल के सिर बांधा
अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने राज्य में कांग्रेस की जीत का सेहरा राहुल गांधी के सिर पर बांधा है। गहलोत ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि जीत का पूरा क्रेडित राहुल गांधी को जाता है, यह उनकी मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि विधायकों की राय, कार्यकर्ताओं और आम जनता की इच्छा को ध्यान में रखते हुए ही राहुल गांधी भावी सीएम को लेकर निर्णय करेंगे। खुद के सीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए कोई पद प्राथमिकता नहीं है। वहीं, सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। जीत का श्रेय राहुल गांधी को देते हुए पायलट ने कहा कि उनकी मेहनत और मार्गदर्शन के कारण जीत हुई है। सीएम पद को लेकर पायलट ने कहा कि किसे क्या पद मिलेगा, इसका निर्णय राहुल गांधी को करना है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे और इससे बेहतर उनके लिए कोई तोहफा नहीं हो सकता। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मंथन।चार साल बाद पायलट ने पहना साफा
राजस्थान में कांग्रेस की जीत तय होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने मंगलवार को साफा पहना। पायलट ने पिछले पांच साल से अपने सिर पर साफा नहीं पहना था। सचिन पायलट ने 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि जब तक राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी, तब तक वे साफा नहीं पहनेंगे। पायलट ने बताया कि राजस्थानी संस्कृति का प्रतीक साफा पहनना उन्हें बहुत पसंद है, लेकिन 2014 में पार्टी की हार के बाद उन्होंने फैसला लिया कि वो सरकार बनने तक साफा नहीं पहनेंगे और अब वे साफा बड़ी शान से पहनेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान काफी लोगों ने उन्हें तोहफे के रूप में साफा दिया लेकिन उन्होंने उसे नहीं पहना बल्कि माथे से लगाकर रख दिया। पायलट ने कहा कि अब जीत के बाद वे साफा पहनेंगे।
अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने राज्य में कांग्रेस की जीत का सेहरा राहुल गांधी के सिर पर बांधा है। गहलोत ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि जीत का पूरा क्रेडित राहुल गांधी को जाता है, यह उनकी मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि विधायकों की राय, कार्यकर्ताओं और आम जनता की इच्छा को ध्यान में रखते हुए ही राहुल गांधी भावी सीएम को लेकर निर्णय करेंगे। खुद के सीएम बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए कोई पद प्राथमिकता नहीं है। वहीं, सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। जीत का श्रेय राहुल गांधी को देते हुए पायलट ने कहा कि उनकी मेहनत और मार्गदर्शन के कारण जीत हुई है। सीएम पद को लेकर पायलट ने कहा कि किसे क्या पद मिलेगा, इसका निर्णय राहुल गांधी को करना है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने थे और इससे बेहतर उनके लिए कोई तोहफा नहीं हो सकता। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मंथन।चार साल बाद पायलट ने पहना साफा
राजस्थान में कांग्रेस की जीत तय होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने मंगलवार को साफा पहना। पायलट ने पिछले पांच साल से अपने सिर पर साफा नहीं पहना था। सचिन पायलट ने 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि जब तक राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी, तब तक वे साफा नहीं पहनेंगे। पायलट ने बताया कि राजस्थानी संस्कृति का प्रतीक साफा पहनना उन्हें बहुत पसंद है, लेकिन 2014 में पार्टी की हार के बाद उन्होंने फैसला लिया कि वो सरकार बनने तक साफा नहीं पहनेंगे और अब वे साफा बड़ी शान से पहनेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान काफी लोगों ने उन्हें तोहफे के रूप में साफा दिया लेकिन उन्होंने उसे नहीं पहना बल्कि माथे से लगाकर रख दिया। पायलट ने कहा कि अब जीत के बाद वे साफा पहनेंगे।